बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास को लेकर झारखंड और बिहार में चेतावनी जारी की गई है। तूफान के असर से यहां भारी बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने बंगाल के 11 जिलों, जबकि ओडिशा के 9 जिलों में भी भारी बारिश (रेड अलर्ट) की चेतावनी जारी की है। हालांकि विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में तूफान कमजोर पड़ जाएगा और खतरा टल जाएगा। शुक्रवार को पीएम चक्रवात से हुए नुकसान की समीक्षा करने ओडिशा और बंगाल जाएंगे। आज ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान यास को लेकर मौसम विभाग ने बंगाल के 11 जिलों, जबकि ओडिशा के 9 जिलों में भारी बारिश(रेड अलर्ट) की चेतावनी जारी की है। झारखंड और बिहार में चेतावनी जारी की गई है। तूफान के असर से यहां भारी बारिश हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चक्रवात यास से हुए नुकसान की समीक्षा करने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। पहले वो भुवनेश्वर पहुंचेंगे। यहां समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद बालासोर, भद्रक और पूर्व मेदिनीपुर के प्रभावित क्षेत्रों में हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसे बाद मोदी पश्चिम बंगाल में समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे। गुरुवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवात यास से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने की चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा
पीएम नरेंद्र मोदी ने चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। तूफान से नुकसान के आंकलन, बचाव कार्य की तैयारियों आदि से संबंधित जानकारियां अधिकारियों ने पीएम मोदी से साझा किए। पीएम को बताया गया कि पश्चिम बंगाल/ओडिशा में 46 टीमों के साथ एनडीआरएफ की लगभग 106 टीमों को तैनात किया गया था। इन टीमों ने 1000 से अधिक व्यक्तियों को बचाया। तूफान में गिरे करीब 2500 से अधिक पेड़/पोल्स को टीम ने हटाया जिससे आवागमन बाधित था। सेना और तटरक्षक बल नाम के रक्षा बलों ने भी फंसे हुए लोगों को बचाया, जबकि नौसेना और वायु सेना अलर्ट पर थी। केंद्रीय एजेंसियों की सतर्कता से जनहानि बहुत कम हुई है। बाढ़ के कारण जो नुकसान हुआ है उसका आकलन किया जा रहा है। पीएम को ब्रीफ किया गया कि अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और दूरसंचार सेवाएं बहाल कर दी गई हैं।
पीएम मोदी ने चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य होने और प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए प्रभावी और त्वरित काम करने पर जोर दिया।
बैठक में प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, सचिव बिजली, दूरसंचार सचिव और डीजी आईएमडी और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों ने भाग लिया।
NDRF की टीमों के अलावा सेना और नौसेना भी तैयार
बता दें कि तूफान के बाद राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमों के अलावा सेना और नौसेना भी तैयार है। यास के कारण समुद्र से सटे रिहायशी इलाके अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। पूर्व मेदिनीपुर के रामनगर इलाके सहित तमाम गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। तूफान का असर 28 मई तक रहेगा। इस दौरान तूफानी हवाएं चलेंगी। तूफान के कारण 90 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने आशंका है। यास के कारण पश्चिम बंगाल के 1100 से अधिक गांव डूब गए हैं। जबकि ओडिशा में 120 से अधिक गांवों में समुद्र का पानी घुस गया है।
जानें यास तूफान का ताजा हाल...
IMD वैज्ञानिक राजेंद्र कुमार जेनामनी ने बताया- झारखंड में कुछ जगहों पर हवा की गति 50-60 किमी/घंटे है। आज रात धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा। इसका प्रभाव अभी कल रात तक रहेगा। उत्तर झारखंड में भारी से भारी बारिश होगी। आज रात और कल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी। बिहार में काफी बारिश होगी। आज और कल के लिए झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। तूफान का प्रभाव अभी 36 घंटे रहेगा।
झारखंड: चक्रवात यास की वजह से रांची में हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया," कल से यहां बारिश हो रही है इसलिए यहां का रास्ता ब्लॉक हो गया है। हम यहां पिछले 30-35 साल से रह रहे हैं और जब भी बारिश होती है, तो यहां पानी ऐसे ही भर जाता है।"
पश्चिमी सिंहभूम के कलेक्टर ने बताया-हमने 201 राहत शिविर बनाए हैं, 596 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया है। निकासी की प्रक्रिया जारी है। कुमारडुंगी में NDRF की एक टीम तैनात हैं। CycloneYaas कुमारडुंगी, मंझरी, चक्रधरपुर,चाईबासा से गुजरेगा। सभी प्रखंड रेड अलर्ट पर हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 6 घंटों के दौरान सिस्टम के उत्तर की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, गुरुवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा, हुगली उत्तर और दक्षिण 24 परगना, बीरभूम, मुर्शिदाबाद जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली और तेज़ हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे और हल्की से मध्यम वर्षा के साथ गरज के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
करोड़ों लोग प्रभावित: यास से अकेले बंगाल में ही एक करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। तूफानी बारिश से सैकड़ो तटबंध टूए गए हैं। इस बीच तूफान प्रभावित पांच राज्यों-पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और तमिलनाडु में NDRF की सवा सौ से अधिक टीमें लोगों की मदद को तैनात हैं। ओडिशा में 5.8 लाख, जबकि बंगाल में 15 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। झारखंड में भी 21 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी : बंगाल के पुरुलिया, नादिया, मुर्शिदाबाद, पूर्व बर्धमान, हावड़ा, झारग्राम, बांकुरा, दक्षिण व उत्तर 24 परगना, दार्जिलिंग और कालिमपोंग में चेतावनी दी गई है। जबकि ओडिशा के बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपारा, जगतसिंहपुर, कटक, मयूरभंज, किओंझार और धेनकनाल में अलर्ट जारी किया गया है।
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बिहार: यास के असर से गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना सहित गया, भागलपुर, पूर्णिया, बेगूसराय, खगडि़या, मधुबनी आदि कई जिलों में बारिश का सिलसिला चल पड़ा है। अभी कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन अगले दो-तीन दिन चिंताजनक है। राज्य सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट किया है। आपदा प्रबंधन विभाग भी मुस्तैद है। यहां आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।
भुवनेश्वर रेड क्रॉस स्टेट ब्रांच सेक्रेटरी ने बताया-हमने सूखे राशन के 500 पैकेट केंद्रपाड़ा भेजे हैं, जहां चक्रवात से काफी नुकसान हुआ है। जिन्हें वॉलंटियर्स के माध्यम से बांटा जाएगा। हमने 2500 पैकेट और तैयार किए हैं जिन्हें कल चक्रवात से प्रभावित दूसरे ज़िलों में भेजा जाएगा।
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