प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में दो लोगों के शव मिले हैं। ट्रेन मुंबई से प्रवासी श्रमिकों को लेकर वाराणसी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया।
नई दिल्ली. प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में दो लोगों के शव मिले हैं। ट्रेन मुंबई से प्रवासी श्रमिकों को लेकर वाराणसी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया।
कैसे हुई मौत?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक के भाई लालमनी ने बताया, हमें जौनपुर के लालपुरा बदलापुर जाना था। प्रयागराज से ट्रेन चली तो दरशथ की तबीयत खराब होने लगी। हम लोगों ने उन्हें सोने के लिए कहा। वह सो गए। मंडुआडीह स्टेशन पर पहुंचने पर हमने उन्हें जगाया तो जागे नहीं। उनकी सांस रुकी हुई थी।
दूसरे व्यक्ति के नाक से खून निकल रहा था
इसी ट्रेन में पीछे की बोगी में एक और व्यक्ति का शव मिला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसके मुंह से झाग निकल रहा था। नाक से खून भी बह रहा था। मौके पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
शव को कोई भी यात्री छूने के लिए नहीं हुआ तैयार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेन नंबर 01770 बुधवार की सुबह लगभग 8 बजे मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची। इसी दौरान एक मृत व्यक्ति के परिजन रोने लगे। यह देख मौके पर आरपीएफ पहुंची। मृत व्यक्ति के शरीर को छूने को कोई भी व्यक्ति तैयार नहीं था। मृतक की पहचान 30 साल के दशरथ प्रजापति के रूप में हुई, जो कि दिव्यांग था।