Deep Dive with Abhinav Khare: गलत इतिहास पढ़ाकर हो रही हिंदुओं को नीचा दिखाने की कोशिश

आज के समय में हिंदूफोबिया देश में अपने चरम पर है। हम जहां भी नजर डालते हैं, वहां हिंदुओं को दोषी ठहराया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठ और नफरत फैलाई जा रही है। हमारी संस्कृति और हमारे इतिहास को हमेशा से ही काल्पनिक बताकर उसे कमतर आंका गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 25, 2019 4:19 PM IST

भोपाल. आज के समय में हिंदूफोबिया देश में अपने चरम पर है। हम जहां भी नजर डालते हैं, वहां हिंदुओं को दोषी ठहराया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठ और नफरत फैलाई जा रही है। हमारी संस्कृति और हमारे इतिहास को हमेशा से ही काल्पनिक बताकर उसे कमतर आंका गया है। अब आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने भी यही राग अलापना शुरू कर दिया है। आप विधायक राजेन्द्र पाल गौतम ने ट्वीट किया है कि अगर राम और कृष्ण हमारे पूर्वज हैं तो उनके बारे में हमें इतिहास में क्यों नहीं पढ़ाया जाता। हमारे पूर्वजों के इतिहास का हर सबूत मिलता है, पर राम और कृष्ण की कहानियां काल्पनिक हैं। इस बात के समर्थन में पेरियार का मत लिखा हुआ था। इससे भी मजेदार बात तो यह है कि इस ट्वीट में #BANEVM का उपयोग किया गया है। सभी राजनीतिक पार्टियां हमारे इतिहास को खत्म कर रही हैं और हमारे पाठ्यक्रम को इस तरह से बनाया गया है, ताकि हमें नीचा दिखाया जा सके।

Deep Dive with Abhinav Khare

वामपंथ से प्रभावित पिछली सरकारों ने हमेशा से ही हिंदुओं के इतिहास को कल्पनिक बताया है। इन सभी बातों का एकमात्र उद्देश्य हमारे इतिहास पर भविष्य में हमारे दावे को खारिज करना था। ये सरकारें अपने मकसद में बहुत हद तक कामयाब भी हुई हैं। पूरा इकोसिस्टम एक विधायक द्वारा नहीं बनाया गया है, इसमें न्यायपालिका, शिक्षा और संस्थान भी हैं। उन्होंने राम और कृष्ण के हमारे प्राचीन इतिहास को पौराणिक कथाओं का नाम दिया है और सम्राट अशोक के बाद से, हमारे इतिहास के साथ बहुत छेड़छाड़ की गई है। वहीं बाबर के आगमन से लेकर अब तक का इतिहास बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया गया है। मुगल और ब्रिटिश उनके पसंदीदा शासक हैं। लेकिन, वे भूल जाते हैं कि इससे पहले भारत कितना विकसित हुआ करता था। उस समय भारत की GDP दुनियाभर में सबसे ज्यादा थी। आमतौर पर लोग बिरयानी को मुगलों की देन बताते हैं, पर मांस और चावल से बने भोजन का जिक्र रामायण में भी है। इसके अलावा उस समय मंगोलिया में चावल की खेती ही नहीं होती थी। 

Abhinav Khare

हालांकि, जब राजेन्द्र पाल गौतम को लगा कि उनका फैलाया रायता अब वो नहीं समेट सकते तो उन्होंने अकाउंट हेक होने का बहाना मार दिया और कहा कि मेरे अकाउंट से किसी और ने ट्वीट किया था। क्या यह घटना खतरे की घंटी नहीं बजाती है? अरविंद केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम खाते हुए कहा कि वह कभी राजनीति में कदम नहीं रखेंगे या कांग्रेस के सहयोगी नहीं होंगे। ये धोखेबाज राजनेता भारत की नींव रखने वालों के खिलाफ बोलने से पहले एक बार भी तरसते नहीं हैं। आम आदमी पार्टी ने पहले भी ऐसा किया है। उनके नेता प्रशांत किशोर ने भगवान कृष्ण को लड़कियां छेड़ने वाला कहा था। इसलिए, यह स्पष्ट है कि ये लोग हिंदू धर्म और हमारी संस्कृति के बारे में कैसी सोच रखते हैं। अब यह दिल्ली के मतदाताओं को तय करना है। 

कौन हैं अभिनव खरे

अभिनव खरे एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ हैं, वह डेली शो 'डीप डाइव विद अभिनव खरे' के होस्ट भी हैं। इस शो में वह अपने दर्शकों से सीधे रूबरू होते हैं। वह किताबें पढ़ने के शौकीन हैं। उनके पास किताबों और गैजेट्स का एक बड़ा कलेक्शन है। बहुत कम उम्र में दुनिया भर के 100 से भी ज्यादा शहरों की यात्रा कर चुके अभिनव टेक्नोलॉजी की गहरी समझ रखते है। वह टेक इंटरप्रेन्योर हैं लेकिन प्राचीन भारत की नीतियों, टेक्नोलॉजी, अर्थव्यवस्था और फिलॉसफी जैसे विषयों में चर्चा और शोध को लेकर उत्साहित रहते हैं। उन्हें प्राचीन भारत और उसकी नीतियों पर चर्चा करना पसंद है इसलिए वह एशियानेट पर भगवद् गीता के उपदेशों को लेकर एक सफल डेली शो कर चुके हैं।

अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़ और तेलुगू भाषाओं में प्रासारित एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ अभिनव ने अपनी पढ़ाई विदेश में की हैं। उन्होंने स्विटजरलैंड के शहर ज्यूरिख सिटी की यूनिवर्सिटी ETH से मास्टर ऑफ साइंस में इंजीनियरिंग की है। इसके अलावा लंदन बिजनेस स्कूल से फाइनेंस में एमबीए (MBA) भी किया है।

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