Delhi-NCR में वायु प्रदूषण रोकने के लिए दिवाली पर आतिशबाजी की रोक का नतीजा अगले दिन अच्छा मिला, लेकिन बुधवार(26 अक्टूबर) को हवा फिर खराब हो गई। यह हालात तब सामने आई, जब एक दिन पहले यानी 25 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण पर कंट्रोल होने की खुशी जताई थी।
नई दिल्ली. Delhi-NCR में वायु प्रदूषण रोकने के लिए दिवाली पर आतिशबाजी की रोक का नतीजा अगले दिन अच्छा मिला, लेकिन बुधवार(26 अक्टूबर) को हवा फिर खराब हो गई। यह हालात तब सामने आई, जब एक दिन पहले यानी 25 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण पर कंट्रोल होने की खुशी जताई थी। बता दें कि वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान की प्रणाली के अनुसार, दिवाली रात वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 323 दर्ज किया गया था। नोएडा में AQI 342 दर्ज किया गया। दरअसल, जैसे-जैसे रात को चोरी-छुपे अतिशाबाजी हुई, धुएं से हवा खराब होती चली गई। हालांकि पिछले सालों की तुलना में स्थिति फिर भी बेहतर रही। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
अरविंद केजरीवाल ने tweet करके जताई थी खुशी, लेकिन फिर...
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 349 यानी बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। यह तस्वीर अकबर रोड की है। इससे पहले 25 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने tweet करके खुशी जताई थी-"प्रदूषण के क्षेत्र में दिल्लीवासी काफ़ी मेहनत कर रहे हैं। काफ़ी उत्साहजनक नतीजे आए हैं। पर अभी लंबा रास्ता तय करना है। दिल्ली को दुनिया का सबसे बेहतरीन शहर बनाएंगे।" केजरीवाल ने जर्नलिस्ट मानव यादव के ट्वीट को रीट्वीट किया था। इसमें लिखा गया था कि (बीते 5 साल में) दिवाली की अगली सुबह सबसे बेहतर हवा की गुणवत्ता, दिल्ली का AQI 326.
साल 2021 में AQI- 462
साल 2020 में 435
साल 2019 में 367
और साल 2018 में 390
हवा की गुणवत्ता ‘बेहद ख़राब’ श्रेणी में लेकिन 5 साल में सबसे बेहतर।
बता दें कि जीरो से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब माना जाता है। SAFAR ने पहले भविष्यवाणी की थी कि यदि पिछले साल की तरह पटाखे फोड़ते हैं, तो दिवाली की रात में ही हवा की गुणवत्ता "गंभीर" स्तर तक गिर सकती है और अगले दिन भी रेड जोन में बनी रह सकती है। प्रतिबंध के बावजूद शाम करीब छह बजे से लोगों ने विभिन्न इलाकों में बिना किसी रोक-टोक के पटाखे फोड़े थे।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा था
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिवाली से पहले कहा था कि शहर में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 9बी के तहत 5,000 रुपये तक का जुर्माना और तीन साल की जेल हो सकती है। प्रतिबंध को लागू करने के लिए कुल 408 टीमों का गठन किया गया था। दिल्ली पुलिस ने असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर के तहत 210 टीमों का गठन किया, जबकि राजस्व विभाग ने 165 टीमों और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 33 टीमों का गठन किया।
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