
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) गुरुवार को अफरातफरी का केंद्र बन गया। अचानक आई एक टेक्निकल खराबी (Technical Glitch) ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सर्वर को ठप कर दिया, जिससे 100 से ज़्यादा फ्लाइट्स पर असर पड़ा। यात्रियों को घंटों तक विमान के अंदर और बोर्डिंग गेट पर इंतज़ार करना पड़ा। एयरलाइन कंपनियों ने इसे “बड़ी तकनीकी समस्या” बताया, जबकि यात्रियों ने सोशल मीडिया पर नाराज़गी जताई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ATC सर्वर डाउन होने की वजह से न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे नॉर्थ ज़ोन के एयर रूट्स पर असर देखा गया। कई फ्लाइट्स को हवा में चक्कर काटने पड़े, जबकि कुछ को पास के एयरपोर्ट्स की ओर डायवर्ट किया गया। अराइवल और डिपार्चर, दोनों पर देरी दर्ज की गई। यात्रियों का कहना था कि उन्हें बिना किसी स्पष्ट जानकारी के कई-कई घंटे इंतज़ार करना पड़ा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) और Instagram पर यात्रियों ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वे या तो विमान के अंदर फंसे हैं या बोर्डिंग गेट्स पर लंबी कतारों में खड़े हैं। कई ने सवाल किया कि अगर प्रदूषण वजह नहीं है, तो फिर दिल्ली एयरपोर्ट पर बार-बार ऐसी तकनीकी दिक्कतें क्यों होती हैं?
इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo Airlines) ने एक बयान में कहा, “दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में एक तकनीकी खराबी आई है, जिसके कारण दिल्ली और उत्तरी क्षेत्रों में फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं।” एयरलाइन ने आगे कहा कि उनकी ग्राउंड टीमें यात्रियों की सहायता में लगी हैं और ऑपरेशन जल्द सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यात्रियों से वेबसाइट पर अपडेट चेक करने की अपील भी की।
अभी तक आधिकारिक तौर पर सिर्फ "सर्वर फेल्योर" बताया गया है, लेकिन कुछ सूत्रों का कहना है कि इस तरह की सर्वर डाउन समस्या आम नहीं होती। सवाल उठ रहा है कि क्या ये सिर्फ तकनीकी गलती थी या इसके पीछे कोई साइबर अटैक जैसी बात छिपी है? फिलहाल DGCA और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम जांच में जुटी है।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, टेक्निकल टीम्स ने सर्वर को रीस्टोर करना शुरू कर दिया है और ऑपरेशन धीरे-धीरे बहाल किए जा रहे हैं। हालांकि अभी भी फ्लाइट्स में देरी का असर जारी है। एयरपोर्ट प्रशासन ने दावा किया है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
दिल्ली अक्सर स्मॉग और विजिबिलिटी की समस्या के कारण फ्लाइट देरी झेलती है, लेकिन इस बार कारण कुछ और था। इस बार टेक्नोलॉजी की नाकामी ने यात्रियों को घंटों परेशान किया। अब सबकी नज़र DGCA और एयरपोर्ट अथॉरिटी की रिपोर्ट पर है, जो बताएगी कि देश के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर आखिर सर्वर कैसे बैठ गया?