Delhi Blast: कौन फैला रहा था दिल्ली ब्लास्ट की झूठी तस्वीरें? PIB ने बताया पूरा सच

Published : Nov 11, 2025, 06:47 AM IST
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सार

PIB ने दिल्ली ब्लास्ट की वायरल तस्वीर को फर्जी बताया। असल में यह लेबनान की 2024 एयरस्ट्राइक की फोटो थी। सरकार ने 40 से ज़्यादा अकाउंट्स पर कार्रवाई शुरू की, जबकि NIA और दिल्ली पुलिस जांच में जुटी है। 

Delhi Blast 2025 Fake News: नई दिल्ली में सोमवार शाम लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला दिया। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर फर्जी तस्वीरें और गलत दावे इतनी तेजी से फैलने लगे कि लोगों में दहशत और भ्रम दोनों पैदा हो गए। इसी बीच प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक यूनिट ने तुरंत एक्शन लेते हुए इस फर्जी खबर की सच्चाई सामने लाई।

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही थी जिसमें एक बड़ा आग का गोला और मशरूम जैसा धुआं दिखाया गया था। इस तस्वीर को दावा किया जा रहा था कि यह दिल्ली ब्लास्ट की है। लेकिन जांच में पता चला कि यह फोटो लेबनान के बेरूत शहर में हुए 2024 के इजरायली एयरस्ट्राइक की थी। PIB ने इसे झूठा बताते हुए साफ कहा “यह तस्वीर दिल्ली की नहीं, बल्कि लेबनान की है।”

 

 

आखिर कौन फैला रहा है ये फर्जी तस्वीरें?

सोशल मीडिया पर कई अनवेरिफाइड अकाउंट्स, जिनमें कुछ ब्लू टिक वाले प्रोफाइल भी शामिल थे, ने इस फोटो को “दिल्ली पर हमला” और “राजधानी में आतंकवाद की वापसी” जैसे कैप्शन के साथ शेयर किया। कुछ ही घंटों में इस पोस्ट को 1.2 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया, जिससे लोगों में अफवाह और डर का माहौल फैल गया। PIB ने बताया कि ये तस्वीर असल में 27 सितंबर 2024 को लेबनान के दाहिये इलाके में हुए इजरायली एयरस्ट्राइक की है। कई बार ऐसी पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल करके भारत जैसे संवेदनशील मौकों पर झूठी बातें फैलाई जाती हैं, जिससे जनता में घबराहट फैलती है।

PIB ने कैसे रोकी अफवाहों की आग?

PIB की Fact Check Unit ने देर रात X (Twitter) पर एक पोस्ट डालकर इस झूठे दावे को फौरन खारिज किया। पोस्ट में कहा गया, “कुछ प्रोपेगेंडा अकाउंट सोशल मीडिया पर पुरानी तस्वीर शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह दिल्ली ब्लास्ट की है जो पूरी तरह गलत है।” इसके साथ ही PIB ने एक लेबनानी न्यूज़ वेबसाइट का लिंक भी साझा किया, जिसमें असली तस्वीर का संदर्भ साफ था। सरकार ने लोगों से अपील की कि बिना जांचे-परखे किसी भी पोस्ट को शेयर न करें, क्योंकि इससे जांच में बाधा आती है।

जांच में जुटी NIA और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल

गृह मंत्री अमित शाह ने ब्लास्ट वाली जगह और अस्पताल का दौरा किया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, और योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर शोक जताया। सरकार ने 40 से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट्स को फर्जी खबर फैलाने के लिए फ्लैग किया है। IT एक्ट के तहत जल्द कार्रवाई की जाएगी।

सच्चाई की जांच जरूरी है!

जब पूरा देश इस दर्दनाक हादसे से उबरने की कोशिश कर रहा था, तब फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर एक और जख्म दे रही थीं। PIB ने फिर दोहराया- “कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले हमेशा भरोसेमंद और ऑफिशियल सोर्स से वेरिफाई करें।”

वो सवाल, जिनके जवाब जानने हैं जरूरी

  • 1. कौन फैला रहा था दिल्ली ब्लास्ट की फर्जी तस्वीरें?
  • A. सोशल मीडिया पर कई प्रोपेगेंडा अकाउंट्स ने एक पुरानी फोटो को दिल्ली ब्लास्ट से जोड़ दिया था।
  • 2. वायरल फोटो असल में कहां की थी?
  • A. PIB ने बताया कि यह तस्वीर 2024 में लेबनान के बेरूत में हुए इजरायली एयरस्ट्राइक की है।
  • 3. एक घंटे में कैसे फैल गई फेक खबर?
  • A. धमाके के सिर्फ एक घंटे बाद फोटो ने सोशल मीडिया पर 1.2 मिलियन व्यूज़ पार कर लिए।
  • 4. सरकार और एजेंसियों ने क्या कदम उठाए?
  • A. PIB ने फेक न्यूज का खंडन किया, जबकि IT विभाग ने 40 से ज़्यादा अकाउंट्स को फ्लैग किया है।
  • 5. अमित शाह और मोदी ने क्या प्रतिक्रिया दी?
  • A. गृह मंत्री ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने शोक जताया।
  • 6. जांच एजेंसियाँ अब किन पहलुओं पर फोकस कर रहीं हैं?
  • A. NIA और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ब्लास्ट की असली जांच तेज़ कर दी है।
  • 7. जनता से अपील: फेक न्यूज़ से बचें, भरोसेमंद स्रोतों पर ही करें विश्वास
  • A. PIB ने कहा “हर जानकारी को शेयर करने से पहले वेरिफाई करें, वरना जांच में बाधा आ सकती है।”

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