
नई दिल्ली। सोमवार शाम दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला दिया। इस धमाके में कम से कम 12 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए। शुरुआती जांच में मुख्य आरोपी के रूप में डॉ. उमर नबी की पहचान हुई है। सूत्रों का कहना है कि उसका लश्कर-ए-तैयबा से संबंध हो सकता है। इस घटना ने न केवल राजधानी बल्कि पूरे देश को चिंता में डाल दिया है।
शिया मौलवी मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने कहा कि किसी बेगुनाह को मारना इस्लाम में सबसे बड़ा पाप है। उन्होंने पाकिस्तान की संलिप्तता का आरोप लगाया और पड़ोसी देश का पूरी तरह से बॉयकॉट करने की मांग की। उनका कहना है कि चुनाव के दौरान ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर माहौल खराब किया जा रहा है।
CCTV फुटेज और पुलिस सूत्रों के मुताबिक धमाके में इस्तेमाल हुई i20 कार हरियाणा से दिल्ली आई थी। डॉ. उमर के फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े होने की आशंका है। फिलहाल 13 लोग जांच के दायरे में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। मृतक की पहचान DNA टेस्ट के बाद ही कन्फर्म होगी।
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में लश्कर-ए-तैयबा के संभावित लिंक की चर्चा हो रही है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस पहलू की भी पूरी जांच कर रही हैं। हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक के स्रोत और आरोपी के कनेक्शन को सामने लाना प्राथमिकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धमाके के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए हाई-लेवल बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में IB, NIA और दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। दोषियों तक पहुंचने और जांच की गति तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है। दिल्ली और आसपास के इलाके हाई-आलर्ट पर हैं। जांच में शामिल एजेंसियां दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए काम कर रही हैं।