नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के 20 साल के छात्र अर्जुन तंवर को पुलिस ने अपने पिता, मां और बहन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। उसके पिता रिटायर पुलिस अधिकारी थे। नेब सराय स्थित अपने घर में अर्जुन ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
हत्या की वजह संपत्ति विवाद और पारिवारिक नाराजगी बताई जा रही है। अर्जुन ने माता-पिता की शादी की सालगिरह के दिन बुधवार सुबह उनकी हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार अर्जुन ने बेहद सावधानी से साजिश रची थी। उसने खुद को निर्दोष बताते हुए पुलिस अधिकारियों को गुमराह भी किया। अर्जुन को लगता था कि उसके 51 साल के पिता राजेश कुमार अपनी पारिवारिक संपत्ति 23 साल की बहन कविता के नाम करने वाले हैं।
अर्जुन मुक्केबाजी करता है। वह इसी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता था, लेकिन पिता को यह मंजूर नहीं था। इसके लिए उन्होंने कई बार सबके सामने अर्जुन को डांटा था। इस बात से अर्जुन गुस्से में था। पुलिस ने बताया, "अर्जुन ने हमें बताया कि उसने पिता का गला काटने का फैसला किया। उसे पता था कि इससे वह चिल्ला नहीं सकेंगे। उसने पहले चाकू से पिता के सिर पर वार किया था।"
माता, पिता और बहन की हत्या के बाद अर्जुन अपने रोज के रूटीन के अनुसार सुबह 5.30 बजे दौड़ने चला गया। वापस आकर वह अपने जिम गया और मालिक को बताया कि उसके माता-पिता की हत्या कर दी गई है। उसने शक दूर करने के लिए पड़ोसियों और रिश्तेदारों को जानकारी दी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) संजय कुमार जैन ने कहा कि पुलिस जांच में अर्जुन के बयान को लेकर शक हुआ। पूछताछ किए जाने पर अर्जुन ने अलग-अलग जवाब देने शुरू कर दिए। उसकी बातों में कई विरोधाभास थे। सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और कबूल कर लिया कि उसने ही हत्याएं की हैं।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो तीनों के शव घर के अलग-अलग हिस्से में खून से लथपथ मिले। राजेश का शव ऊपर की मंजिल पर मिला। उनकी पत्नी कोमल (46) और बेटी कविता ग्राउंड फ्लोर पर अलग-अलग कमरों में मृत मिलीं।
तीनों की हत्या चाकू से गला काटकर की गई थी ताकि वे चीख न सकें। उनके शरीर में भी चाकू लगने के घाव मिले। खून बहना रोकने के लिए उनके गले को कपड़े से बांधा गया था। अर्जुन ने हत्या की शुरुआत बहन से की थी। उसने जवाबी हमला करने की कोशिश की थी। इसके बाद वह अपने पिता के पास गया। उसने सो रहे पिता पर हमला कर दिया। पिता की हत्या के बाद अर्जुन नीचे आया तो देखा कि मां बाथरूम गई हुई है। वह जैसे ही बाहर आई अर्जुन ने उसे भी मार डाला।
अर्जुन ने हत्याओं को अंजाम देने के लिए अपने पिता के आर्मी नाइफ का इस्तेमाल किया। अर्जुन को लगता था कि उसे पिता बहन की तरफदारी करते हैं। उसकी बहन मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही थी। पिता अर्जुन को अक्सर उसकी पढ़ाई और दूसरी बातों के लिए डांटते थे। इसके चलते अर्जुन खुद को उपेक्षित और अलग-थलग महसूस करता था। उसे यह भी शक था कि उसके पिता अपनी संपत्ति बहन को सौंपने की योजना बना रहे थे।