महारष्ट्र हरियाणा में आए चुनावी नतीजों के बाद दोनों राज्यों में सरकार बनाने की हलचल तेज हो गई है। हरियाणा में पांच निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है। गुरुवार देर रात हरियाणा के पांच निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा बीजेपी के प्रभारी और महासचिव अनिल जैन से मुलाकात कर हरियाणा में बीजेपी को समर्थन देने पर मुहर लगा दी। यानी अब बीजेपी के पास कुल 40+5= 45 विधायकों का समर्थन हो गया है।
महारष्ट्र हरियाणा में आए चुनावी नतीजों के बाद दोनों राज्यों में सरकार बनाने की हलचल तेज हो गई है। हरियाणा में पांच निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है। गुरुवार देर रात हरियाणा के पांच निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा बीजेपी के प्रभारी और महासचिव अनिल जैन से मुलाकात कर हरियाणा में बीजेपी को समर्थन देने पर मुहर लगा दी। यानी अब बीजेपी के पास कुल 40+5= 45 विधायकों का समर्थन हो गया है।
जिन विधायकों ने जेपी नड्डा और अनिल जैन से मुलाकात की हैं वो हैं:-
1- बलराज कुंडू - महम
2- रणधीर गोलन - पुंडरी
3- राकेश दौलताबाद - बादशाहपुर
4- रणजीत सिंह - रानियां
5- गोपाल कांडा - सिरसा
आज दोपहर तक दो और निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान- दादरी और धर्मपाल गोंदर- नीलोखेड़ी जेपी नड्डा और अनिल जैन से मुलाक़ात करेंगे। ये सभी निर्दलीय विधायक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात करेंगे।
बता दें कि दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान हुए थे। महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे। वहीं हरियाणा की 90 सीटों के लिए मतदान हुए थे।
हरियाणा में 8.13% कम वोटिंग हुआ
हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर सोमवार को 68.47% मतदान हुआ। 2014 में 76.6% मतदान हुआ था। मतदान के लिए 19578 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। 90 में से 73 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं, जबकि अन्य 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। हरियाणा में लगभग 1 करोड़ 83 लाख मतदाताओं ने अपने अधिकार का उपयोग किया। 1169 उम्मीदवारों की विधानसभा चुनाव 2019 में किस्मत आजमाई थी। 9% महिला उम्मीदवार हैं। 2014 में भी 9% महिला उम्मीदवार थीं। हरियाणा में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच था। जबकि इनेलो और जेजेपी भी चुनावी मैदान में थे। भाजपा को 40 और कांग्रेस को 31 सीटें मिली।
हरियाणा में 2014 के परिणाम
2014 में हरियाणा में भाजपा को 47 (33.3%), आईएनएलडी (इंडियन नेशनल लोकदल) को 19 (24.2%), कांग्रेस 15 (20.7%), एचजेसीबीएल (हरियाणा जनहित कांग्रेस) को 2 (3.6%), आईएनडी को 5 (10.6%) और अन्य को 2 (7.6%) वोट मिले थे।