अर्नब गिरफ्तारी: एडिटर्स गिल्ड सहित IFWJ और नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने निंदा की, कहा- यह बहुत चिंताजनक

एडिटर्स गिल्ड ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को हिरासत में लेने की घटना की निंदा की। गिल्ड की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि यह बहुत ही चिंताजनक है। बुधवार की सुबह मुंबई पुलिस अर्नब गोस्वामी के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया।  

Asianet News Hindi | Published : Nov 4, 2020 5:56 AM IST / Updated: Nov 04 2020, 01:45 PM IST

मुंबई. एडिटर्स गिल्ड ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को हिरासत में लेने की घटना की निंदा की। गिल्ड की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि यह बहुत ही चिंताजनक है। बुधवार की सुबह मुंबई पुलिस अर्नब गोस्वामी के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया।  

क्या है एडिटर्स गिल्ड का पूरा बयान?
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर एडिटर्स गिल्ड ने बयान जारी कर कहा, बुधवार को तड़के अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बारे में जानकर हैरानी हुई। हम अचानक हुई गिरफ्तारी की निंदा करते हैं। यह बहुत चिंताजनक है। गिल्ड ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि गोस्वामी के साथ उचित व्यवहार किया जाए। अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ राज्य सरकार अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल न करे।

इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने भी निंदा की

इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (IFWJ) ने मुंबई पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। IFWJ के अध्यक्ष बी वी मल्लिकार्जुनैह और महासचिव परमानंद पांडे ने राज्य सरकार से कहा है कि अर्नब गोस्वामी और उनकी टीम के साथ जो किया गया वह राज्य सत्ता का सरासर दुरुपयोग है। अर्नब ने कभी भी देश से भागने की कोशिश नहीं की। पूछताछ के लिए हमेशा आए। IFWJ ने देश के सभी पत्रकारों से अर्णब गोस्वामी और उनकी टीम का समर्थन करने की अपील की है।

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने कहा, SC के निदानिर्देशों का उल्लंघन

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने भी अर्नब की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। उन्हें कोई पूर्व सूचना या समन जारी किए बिना गिरफ्तार कर लिया गया। यह सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। इसके अलावा, यह महाराष्ट्र सरकार द्वारा पुलिस बल के दुरुपयोग और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कंट्रोल करने की कोशिश है। 

किस केस में हिरासत में लिया गया?

अर्नब पर एक मां और बेटे को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगा है। मामला 2018 का है। 53 साल के एक इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। मामले की जांच सीआईडी कर रही है। कथित तौर पर अन्वय नाइक के लिखे सुसाइड नोट में कहा गया था कि आरोपियों (अर्नब और दो अन्य) ने उनके 5.40 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया था, इसलिए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा। 

अर्नब ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
अर्नब गोस्वामी का कहना है कि मुंबई पुलिस ने उनकी सास, सुसर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की। रिपब्लिक टीवी पर प्ले की गई वीडियो के मुताबिक मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के साथ भी मारपीट की। 

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