तेलंगाना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर मुठभेड़, 2 महिला नक्सली समेत 6 नक्सिलयों को मार गिराया

छत्तीसगढ़ के बस्तर के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के किस्टाराम इलाके में सुबह करीब 6 बजे पड़ोसी राज्य तेलंगाना पुलिस की नक्सल रोधी ग्रेहाउंड ने मुठभेड़ में 6 माओवादियों को मार गिराया।

Asianet News Hindi | Published : Dec 27, 2021 10:05 AM IST

हैदराबाद/ रायपुर। तेलंगाना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर सोमवार सुबह सुरक्षा बलों (Security Forces) और माओवादियों (Naxalites) के बीच हुई मुठभेड़ (Encounter) में 6 माओवादी मारे गए। बस्तर के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के किस्टाराम इलाके में सुबह करीब 6 बजे पड़ोसी राज्य तेलंगाना पुलिस की नक्सल रोधी ग्रेहाउंड ने मुठभेड़ में 6 माओवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ के लिए सुकमा जिले से जिला रिजर्व गार्ड और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की जॉइंट टीम को नक्सल रोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। वहीं, ग्रेहाउंड की टीम को भी तेलंगाना की ओर से मदद के लिए भेजा गया था। 

पुलिस टीम पहुंचते ही किया हमला
जब ग्रेहाउंड की टीम किस्टाराम थाना क्षेत्र पहुंचा, तभी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से कुछ देर तक गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से भाग गए। दोपहर बाद तक सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से चार महिला नक्सली समेत 6 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। मारे गए नक्सली ‘किस्टाराम एरिया कमेटी’ से जुड़े थे। सुकमा के एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि इससे नक्सलियों की ‘किस्टाराम ​एरिया कमेटी’ को बड़ा झटका लगा है। यह नक्सली गुट इस क्षेत्र में कई घटनाओं को अंजाम दे रहा था। 

डिप्टी कमांडर के एनकाउंटर के बाद कई नक्सलियों का सरेंडर
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ सुकमा जिले में नक्सलियों की पांच ‘एरिया कमेटी’ सक्रिय हैं। पिछले 6 महीनों के दौरान सुरक्षा बलों ने केरलापाल और कोंटा एरिया कमेटी पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाई है। ‘केरलापाल एरिया कमेटी’ के कई नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर भी किया है। इस साल अगस्त में सुरक्षाबलों ने ‘केरलापाल एरिया कमेटी’ के ‘लोकल ऑर्गनाइजेशन स्क्वाड’ के कमांडर और ‘कोंटा एरिया कमेटी’ के डिप्टी कमांडर को मुठभेड़ में मार गिराया था।

यह भी पढ़ें
बुरे फंसे संत कालीचरण, रायपुर में FIR, धर्मसंसद में बापू को अपशब्द कहे थे, CM बघेल बोले- BJP मौन क्यों?
कौन है ये महंत, जिन्होंने गुस्से में मंच से ही कहा- माफ करें, मैं इस धर्म संसद से खुद को अलग करता हूं

Share this article
click me!