MIT Tech Tattva 23 में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर, बोलें- सफलता की सीढ़ी है असफलता

केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) द्वारा आयोजित एमआईटी टेक तत्व 23 में शामिल हुए। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हमें नए विचारों की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए।

Vivek Kumar | Published : Oct 18, 2023 5:25 AM IST

बेंगलुरु। केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) द्वारा आयोजित एमआईटी टेक तत्व 23 में शामिल हुए। नेशनल लेवल के इस टेक्नोलॉजी फेस्टिवल में राजीव चन्द्रशेखर को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। वह एमआईटी के पूर्व छात्र हैं।

राजीव चन्द्रशेखर ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस साल एमआईटी टेक तत्व 23 की थीम "त्वरित विकास" है। यह हमारी दुनिया पर टेक्नोलॉजी के गहरे प्रभाव को रेखांकित करती है। यह विशेष रूप से माहे के सम्मानित संस्थापक डॉ. टीएमए पाई की 125वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है।

 

 

राजीव चन्द्रशेखर बोले-नए विचारों की संस्कृति को दें बढ़ावा

राजीव चन्द्रशेखर ने छात्रों और शिक्षकों से कहा कि वे नए विचारों और निरंतर सुधार की संस्कृति को बढ़ावा दें। असफलताओं से सीखना सफलता की सीढ़ी है। चन्द्रशेखर ने इस बात पर जोर दिया कि इनोवेशन की कोई सीमा नहीं होती। टेक तत्व 23 में पेश किए गए विचारों में भविष्य को आकार देने की क्षमता है। दरअसल, टेक तत्व 23 एमआईटी की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसमें छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है।

टेक तत्व 23 में एमआईटी के निदेशक कमांडर डॉ. अनिल राणा ने इनोवेशन के माहौल को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को साझा किया। कार्यक्रम का उद्घाटन राजीव चन्द्रशेखर के साथ विनम्र चौधरी और मनस्वी जादव ने किया। यह महोत्सव में टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में डॉ. एच.एस. बल्लाल, लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. एम.डी. वेंकटेश और अन्य प्रमुख अधिकारियों सहित माहे के प्रमुख लोग शामिल हुए। राजीव चन्द्रशेखर को उनके अमूल्य योगदान के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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