मथुरा के मंदिर में नमाज पढ़ने वाला आरोपी फैसल खान 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, दिल्ली से पकड़ा गया था

उत्तर प्रदेश के मथुरा में मौजूद नंद भवन मंदिर में 2 मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़ने के मामले में मंगलवार को मथुरा पुलिस ने एक आरोपी फैसल खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में सोमवार को मथुरा पुलिस ने मुख्य आरोपी फैसल खान को दिल्ली के जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया था। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 3, 2020 12:30 PM IST / Updated: Nov 03 2020, 06:50 PM IST

मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा में मौजूद नंद भवन मंदिर में 2 मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़ने के मामले में मंगलवार को मथुरा पुलिस ने एक आरोपी फैसल खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में सोमवार को मथुरा पुलिस ने मुख्य आरोपी फैसल खान को दिल्ली के जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया था। 

दरअसल, सोमवार सुबह ही यूपी पुलिस ने 4 मुस्लिम युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर के मुताबिक, इन 4 युवकों में से 2 पर मंदिर में धोखे से नमाज पढ़ने और 2 पर उसे मोबाईल द्वारा रिकॉर्ड करने का आरोप लगा है।

अपने बचाव में क्या कहा फैसल खान ने?
नंद भवन मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल खान ने गिरफ्तार होने के बाद एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि 'उसने मंदिर में धोखे से नमाज नहीं पढ़ी थी। उसने कहा कि जब मैंने मंदिर में नमाज पढ़ी तब वहां कईं लोग मौजूद थे जिनमें से किसी ने मुझे मना नहीं किया।' फैसल ने कहा कि नमाज पढ़कर मैंने  कोई साजिश नहीं की है। एफआईआर के सवाल पर फैसल खान ने कहा था कि ये केस राजनीतिक कारणों से दर्ज हुआ है। 

इन धाराओं के तहत FIR दर्ज
दरअसल, इन चारों मुस्लिम युवकों पर आरोप है कि 29 अक्टूबर को मथुरा के नंद भवन मंदिर में घुसे। इसके बाद इनमें से दो लोगों ने मंदिर के सेवायतों को गुमराह कर मंदिर परिसर में ही नमाज पढ़ी और अन्य दो लोगों ने इनकी तस्वीरें लीं। इस मामले में धारा 153A, 295, 505 के तहत मथुरा के बरसाना थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। 

मंदिर प्रशासन ने कराई शिकायत दर्ज
न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के अनुसार, ये शिकायत मंदिर प्रशासन की ओर से ही दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली से दो लोग मंदिर में आए थे। दोनों मुस्लिम लोगों ने बिना इजाजत के मंदिर परिसर में नमाज पढ़ी और अपने फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिए जो बाद में वायरल हो गए। एफआईआर में कहा गया है कि इनको फोटो डालने से हिन्दू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं और आस्था को गहरी ठेस पहुंची है।

कृष्ण जन्मभूमि और मस्जिद के विवाद के बीच हुई हरकत
गौरतलब है कि मथुरा में इस तरह का मामला ऐसे समय पर सामने आया है, जब यहां स्थित कृष्ण जन्मभूमि और उसके पास बनी मस्जिद का मामला अदालत पहुंचा है। हाल ही में मथुरा के कुछ हिंदुवादी संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की अपील की है और मथुरा जिला अदालत में याचिका लगाई है। बता दें कि अब इस मामले में नवंबर में ही सुनवाई होनी है।

Share this article
click me!