फ्रांस में आंतकी हमले को सही बताने पर मुनव्वर राणा पर FIR, बोले - गुनाह साबित हुआ तो चौराहे पर शूट कर देना

फ्रांस में कार्टून विवाद के बाद हत्या की घटना को सही ठहराने पर मुनव्वर राणा के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है। इसी को लेकर अब राणा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि 'मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा, मुझे फ्रांस की घटना पर सच बोलने की जो सजा मिले वो मंजूर है। अगर मेरी बात पर कोई गुनाह सिद्ध हुआ तो चौराहे पर कर शूट कर देना।' 

Asianet News Hindi | Published : Nov 2, 2020 8:55 AM IST / Updated: Nov 05 2020, 02:39 PM IST

लखनऊ. फ्रांस में कार्टून विवाद के बाद हत्या की घटना को सही ठहराने पर मुनव्वर राणा के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है। इसी को लेकर अब राणा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि 'मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा, मुझे फ्रांस की घटना पर सच बोलने की जो सजा मिले वो मंजूर है। अगर मेरी बात पर कोई गुनाह सिद्ध हुआ तो चौराहे पर कर शूट कर देना।' राणा ने कहा कि 'मैं उन लोगो की तरह नहीं जो मुकदमे वापस करवाते फिरते हैं और सच बोलने से डरते हैं।'

दरअसल, राणा के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में उनके बयान को वैमनस्यता को बढ़ाने वाला बताया गया है। पुलिस के मुताबिक, यह बयान सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला है। पुलिस ने मुनव्वर राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए, 298, 505 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

 

मुनव्वर राणा ने क्या बयान दिया था?
फ्रांस के हमले को मुनव्वर राणा ने सही ठहराया था। उन्होंने कहा था, अगर उस स्टूडेंट की जगह मैं भी होता तो वही करता जो उसने किया। आप विवाद को जन्म देकर लोगों को उकसा रहे हैं। मोहम्मद साहब का कार्टून बना कर उसे कत्ल के लिए मजबूर किया गया। अगर उस स्टूडेंट की जगह मैं भी होता तो वहीं करता जो उसने किया। अगर कोई भगवान राम का विवादित कार्टून बनाएगा तो मैं उसका भी कत्ल कर दूंगा।

क्या है फ्रांस में उठा पैगंबर मोहम्मद से जुड़ा विवाद?
18 साल के अब्दुल्लाख अंजोरोव इस्लामिक कट्टरवादी ने 16 अक्टूबर को फ्रांस के एक शिक्षक की सिरकलम कर सिर्फ इसलिए हत्या कर दी थी, क्योंकि शिक्षक ने पैगंबर मोहम्मद वाला कार्टून दिखाया था। शिक्षक सैमुएल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता विषय पर यह कार्टून दिखा रहे थे। सैमुअल की मौत के बाद फ्रांस में लोग सड़कों पर उतर आए। यहां तक की शहरों में सैमुअल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी तस्वीर के साथ पैगंबर मोहम्मद के कार्टून भी लगाए। 

इस घटना पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इसे इस्लामी आतंकवाद करार दिया था। उन्होंने कहा था कि इस्लाम हमारा मुस्तकबिल (भविष्य) हथियाना चाहता है, जो कभी नहीं होगा। उन्होंने पैगम्बर मोहम्मद साहब के कार्टून जारी रखने की बात कही थी।

Share this article
click me!