जानिए क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी, जो अब पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की करेगी सुरक्षा

केंद्र सरकार ने पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को जेड प्लस ( Z+) सुरक्षा देने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडो देशभर में उनकी यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रदान करेंगे।

Asianet News Hindi | Published : Jan 22, 2021 1:40 PM IST

नई दिल्ली.  केंद्र सरकार ने पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को जेड प्लस ( Z+) सुरक्षा देने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडो देशभर में उनकी यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रदान करेंगे। इससे पहले पूर्व चीफ जस्टिस गोगोई को दिल्ली पुलिस सुरक्षा मुहैया करा रही थी। 

सूत्रों के मुताबिक, गोगोई देश के 63वें व्यक्ति हैं, जिन्हें CRPF की वीआईपी सुरक्षा ईकाई सुरक्षा मुहैया करा रही है। सीआरपीएफ के 8 से 12 कमांडो का सशस्त्र दल यात्रा के दौरान पूर्व चीफ जस्टिस की सुरक्षा करेगा। उनके घर पर भी ऐसा ही दस्ता सुरक्षा में तैनात रहेगा।

राज्यसभा सदस्य हैं पूर्व चीफ जस्टिस
पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में 5 जजों की बेंच ने अयोध्या पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। गोगोई 2019 नवंबर में रिटायर हो गए थे। बाद में उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया गया। इसे लेकर विपक्ष ने निशाना भी साधा था। 

जानिए क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के बाद जेड प्लस भारत की सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी है। इसके तहत सुरक्षा में 36 जवान होते हैं। इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो के अलावा दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो और राज्य पुलिसकर्मी शामिल होते हैं। सुरक्षा में तैनात कमांडो के पास एमपी 5 मशीनगन के साथ आधुनिक संचार उपकरण भी होता है। काफिले में एक मोबाइल सिग्नल जाम करने वाली एक जैमर गाड़ी भी होती है। 

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