जम्मू-कश्मीर के शोपियां में गुरुवार को हुए मुठभेड़ (Encounter in Shopian) में चार आतंकियों का सुरक्ष बल के जवानों ने मार गिराया। घटनास्थल पर जाने के दौरान हुए सड़क हादसे में सेना के 3 जवान शहीद हो गए।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आतंकियों का सफाया करने में जुटे सुरक्षा बल के जवानों को गुरुवार बड़ी कामयाबी मिली। शोपियां में हुए मुठभेड़ (Encounter in Shopian) में चार आतंकी मारे गए। वहीं, मुठभेड़ वाली जगह पर जाने के दौरान हुए सड़क हादसे में सेना के 3 जवान शहीद हो गए।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शोपियां के जैनापोरा इलाके के बडीगाम में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ हुई। गोलीबारी में चार आतंकवादी मारे गए।
सड़क हादसे में 3 जवान शहीद
अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर जाते समय उनके वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने से सेना के 3 जवान शहीद हो गए और 5 घायल हो गए। 44 राष्ट्रीय राइफल्स की एक सूमो में सवार होकर जवान जैनापोरा में मुठभेड़ स्थल की ओर जा रहे थे तभी चौगाम शोपियां के पास वाहन पलट गया।
लश्कर से जुड़े थे चारों आतंकी
कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि शोपियां जिले के बडीगाम गांव में 4-5 आतंकी छिपे हुए हैं। हमने सेना के साथ एक ऑपरेशन शुरू किया और तलाशी के दौरान फायरिंग शुरू हो गई। अब तक आतंकी संगठन
लश्कर-ए-तैयबा के 4 स्थानीय आतंकवादी मारे जा चुके हैं। दूसरे की तलाश जारी है।
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2022 में 49 आतंकियों का सफाया
बता दें कि घाटी में पिछले कुछ दिनों में आतंकियों द्वारा बाहरी लोगों पर हमला करने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। पिछले दिनों आतंकियों ने एक ड्राइवर को गोली मार दी थी। आतंकी आम लोगों पर हमले पर अपनी उपस्थिति दिखा रहे हैं। इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बल के जवान आतंकियों के सफाये का अभियान चला रहे हैं।
2022 में अब तक सुरक्षा बल के जवानों ने घाटी से 49 आतंकियों का सफाया किया है। 9 अप्रैल को अनंतनाग जिले के सिरहामा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक कमांडर मारा गया था। कुलगाम के लश्कर के एक आतंकवादी को अनंतनाग में मार गिराया गया था। पुलिस के मुताबिक मारे गए लश्कर कमांडर की पहचान निसार डार के रूप में हुई थी। निसार डार की मौत के बाद अनंतनाग के कुछ हिस्सों में एहतियात के तौर पर इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
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