गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा, 1906 में अंग्रेज हुकूमत ने किसानों के खिलाफ तीन कानून बनाए थे और उनका मालिकाना हक ले लिया था। इसके विरोध में 1907 में सरदार भगत सिंह के भाई अजीत सिंह के नेतृत्व में पंजाब में आंदोलन हुआ। उस समय एक अखबार के संपादक बांके दयाल ने पगड़ी संभाल जट्टा, पगड़ी संभाल वे कविता लिखी जो बाद में क्रांतिकारी गीत बन गया।
नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र में कृषि कानूनों को लेकर लगातार दूसरे दिन भी हंगामा हुआ। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द तीनों कृषि कानूनों को वापस ले ले। उन्होंने कहा कि अंग्रेज भी किसानों के सामने झुके थे।
किसानों से जुड़ा है पगड़ी संभाल जट्टा गीत
गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा, 1906 में अंग्रेज हुकूमत ने किसानों के खिलाफ तीन कानून बनाए थे और उनका मालिकाना हक ले लिया था। इसके विरोध में 1907 में सरदार भगत सिंह के भाई अजीत सिंह के नेतृत्व में पंजाब में आंदोलन हुआ। उस समय एक अखबार के संपादक बांके दयाल ने पगड़ी संभाल जट्टा, पगड़ी संभाल वे कविता लिखी जो बाद में क्रांतिकारी गीत बन गया।
"हमें किसानों के साथ नहीं लड़ना चाहिए"
उन्होंने कहा, कांग्रेस के शासन में किसानों के बीच आत्मनिर्भरता आई। हमें किसानों के साथ नहीं लड़ना चाहिए। मैं सरकार से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का अनुरोध करता हूं।
"गणतंत्र दिवस पर जो हुआ वह अलोकतात्रिक"
"गणतंत्र दिवस पर जो हुआ वह अलोकतांत्रिक है। कानून और व्यवस्था के खिलाफ। हम इस कृत्य की निंदा करते हैं और अपराधी को कड़ी सजा देने का आह्वान करते हैं। लेकिन साथ ही मैं यह कहना चाहूंगा कि जो लोग घटना में शामिल नहीं थे, उन्हें न फंसाया जाए।"
गुलाम नबी ने अटल जी को लेकर क्या कहा?
"जब मैं पांचवीं में था, तब से अटल बिहारी वाजपेयी जी की बात सुनता आ रहा हूं। मैंने उन्हें या भाजपा सरकार के किसी मंत्री (जम्मू सरकार) को जम्मू-कश्मीर में तोड़ने की बात कभी नहीं सुनी।"
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पिछले साल गालवान घाटी में अपनी जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कोई भी ताकत किसानों की ताकत से बड़ी नहीं है।