किसकी गलती?
उत्तर प्रदेश में हुई इस घटना ने ना सिर्फ़ तकनीकी खामियों को, बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर किया है। पुल टूटने के कई दिन बाद भी GPS नेविगेशन अपडेट नहीं हुआ... और वही रास्ता दिखाता रहा, यही हादसे की मुख्य वजह है। लेकिन सिर्फ़ यही कारण नहीं है।
अधिकारियों को पुल टूटने की जानकारी थी... इसलिए उनकी ज़िम्मेदारी थी कि वहाँ कोई ना जाए। अगर चेतावनी बोर्ड या बैरिकेड लगा होता, तो GPS नेविगेशन का इस्तेमाल करने वाले भी सावधान हो जाते। लेकिन ऐसी कोई सावधानी नहीं बरती गई... और इसी वजह से यह हादसा हुआ और तीन लोगों की जान चली गई।
स्थानीय लोग प्रशासन के रवैये पर काफ़ी नाराज़ हैं। उनका कहना है कि पुल टूटे कई दिन हो गए थे... और आने-जाने में हो रही परेशानी के बारे में कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उनकी लापरवाही ही इस हादसे की वजह है।