बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रिटायरमेंट लेने के बाद कहा कि अभी राजनीति में आने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा, आज की तारीख में मैं डीजीपी नहीं हूं। वो जो नियम कानून हैं जो सरकारी अधिकारी पर लागू होते हैं वो मुझ पर अब लागू नहीं होते। मैंने न कोई पॉलिटिकल पार्टी ज्वॉइन की है न ही मैं अभी कोई पॉलिटिल व्यक्ति हूं।
नई दिल्ली. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रिटायरमेंट लेने के बाद कहा कि अभी राजनीति में आने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा, आज की तारीख में मैं डीजीपी नहीं हूं। वो जो नियम कानून हैं जो सरकारी अधिकारी पर लागू होते हैं वो मुझ पर अब लागू नहीं होते। मैंने न कोई पॉलिटिकल पार्टी ज्वॉइन की है न ही मैं अभी कोई पॉलिटिल व्यक्ति हूं। जब ज्वॉइन करुंगा तो आप सबको बताकर के ज्वॉइन करुंगा।
"कौन सी पार्टी में जाना है मैं बता दूंगा"
उन्होंने कहा, सोसायटी में काम करने का तरीका केवल राजनीति ज्वॉइन करना नहीं है। बिना राजनीति ज्वॉइन किए हुए भी समाज में सेवा की जा सकती है। मैं जब तय करुंगा की राजनीति में जाना है और तय करुंगा की कौन सी पार्टी में जाना है मैं बता दूंगा।
2019 में बनाए गए थे बिहार डीजीपी
गुप्तेश्वर पांडेय को जनवरी 2019 में बिहार का डीजीपी बनाया गया और बतौर डीजीपी उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक था। हालांकि, उन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले रिटायरमेंट का फैसला लिया।
अतिरिक्त सचिव गिरीश मोहन ठाकुर द्वारा जारी एक अधिसूचना ने पुष्टि की कि सरकार ने मंगलवार को पांडे के वीआरएस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। सरकार ने वीआरएस लेने के लिए तीन महीने के नोटिस में छूट दी थी।
2014 में भी वीआरएस के लिए आवेदन किया था
गुप्तेश्वर पांडे ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी वीआरएस के लिए आवेदन किया था, लेकिन बक्सर लोकसभा सीट से उन्हें टिकट नहीं दिया गया। बाद में उन्होंने अपना वीआरएस आवेदन वापस ले लिया था।