मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह हटाए गए, हेमंत नगराले को दी गई जिम्मेदारी

एंटीलिया केस में सवालों के घेरे में चल रही महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। उद्धव सरकार ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को हटा दिया है। अब उनकी जगह हेमंत नगराले नए पुलिस कमिश्नर होंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 17, 2021 11:53 AM IST / Updated: Mar 17 2021, 06:16 PM IST

मुंबई. एंटीलिया केस में सवालों के घेरे में चल रही महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। उद्धव सरकार ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को हटा दिया है। अब उनकी जगह हेमंत नगराले नए पुलिस कमिश्नर होंगे। 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, परमबीर सिंह को अब महाराष्ट्र में डीजी होम गार्ड बनाया गया है। इसके अलावा रजनीश सेठ महाराष्ट्र पुलिस के नए डीजीपी होंगे।
 

 

क्यों हटाए गए परमबीर सिंह?
एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में हाल ही में एनआईए ने मुंबई पुलिस अफसर सचिन वझे को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से परमवीर सिंह पर कई तरह के आरोप लग रहे थे। यहां तक कि भाजपा इस मामले को लेकर शिवसेना पर भी गंभीर आरोप लगा रही है। ऐसे में मंगलवार को परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। इससे पहले सुशांत केस में भी परमबीर सिंह पर सवाल खड़े हो चुके हैं।

कौन हैं परमबीर सिंह ? 
परमबीर 1988 बैच के आईपीएस अफसर  हैं। इससे पहले वे भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक के तौर पर तैनात थे। परमबीर को 'अंडरवर्ल्ड स्पेशलिस्ट' के तौर पर भी माना जाता है। परमबीर मालेगांव ब्लास्ट की जांच के दौरान साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद चर्चा में आए थे। परमबीर एटीएस में डिप्टी आईजी के पद पर भी रह चुके हैं। सिंह ने 1993 के सीरियल बम ब्लास्ट के एक आरोपी को भी उन्होंने पकड़ा था। 

कौन हैं हेमंत नगराले?
 हेमंत नगराले को मुंबई का नया कमिश्नर बनाया गया है। नगराले 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वे इससे पहले पुलिस महानिदेशक या डीजीपी के तौर पर अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। इससे पहले वे डीजीपी लीगल और टेक्निकल हैं। वे 2016 में भी नवी मुंबई में पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इशके अलावा उन्होंने 26-11 हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। 




देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर साधा निशाना
वहीं, एंटीलिया केस में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, एक रैकेट में सचिन वझे का नाम आया। खराब रिकॉर्ड के बाद भी शिवसेना ने ऐसे समय इनको वापस लिया गया और लेने के बाद इनको मुंबई क्राइम ब्रांच की सबसे महत्वपूर्ण यूनिट क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट का प्रमुख बनाया गया।

पूर्व सीएम ने कहा, 2008 में सचिन वाजे ने शिवसेना में प्रवेश किया, कुछ समय तक शिवसेना के प्रवक्ता के रूप में उन्होंने काम किया। शिवसेना के साथ बहुत गहरे रिश्ते सचिन वाजे के रहे हैं।

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