असम में बीजेपी प्रत्याशी के कार से ईवीएम बरामद किए जाने के बाद देश की राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने ईवीएम का दुरुपयोग कर सत्ता हथियाने की कोशिश का आरोप लगाया है तो सत्ताधारी दल भाजपा इस पर सीधे तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है। केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह भी इस प्रकरण पर खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं।
कोलकाता। असम में बीजेपी प्रत्याशी के कार से ईवीएम बरामद किए जाने के बाद देश की राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने ईवीएम का दुरुपयोग कर सत्ता हथियाने की कोशिश का आरोप लगाया है तो सत्ताधारी दल भाजपा इस पर सीधे तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है। केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह भी इस प्रकरण पर खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के करीमगंज में ईवीएम प्रकरण पर कहा है कि उनको इस मामले की कोई खास जानकारी नहीं है। शाह ने कहा कि गुरुवार को वह दक्षिण भारत के दौरे पर थे।
बकौल शाह, ‘जब वहां जाउंगा तो पूरे मामले की विस्तृत जानकारी हासिल करुंगा।’ हालांकि, उन्होंने यह साफ किया कि मामला चुनाव आयोग का है और आयोग को किसने कार्रवाई करने से रोका है। आयोग को कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
ममता पर साधा निशाना, कहा-कहीं से नहीं जीतेंगी चुनाव
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी भवानीपुर से भागी हैं। नंदीग्राम से भी नहीं जीतने जा रहीं। वह कहीं से भी चुनाव लड़ती नहीं जीतती। अब बंगाल की जनता जागरूक हो गई है। ममता सरकार ने बंगाल में न तो विकास किया न ही सुरक्षा दी।
चुनाव में भारी मात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती पर शाह बोले कि सुरक्षा बलों का काम गुंडों को रोकना है। चुनाव में गुंडागर्दी रोकने के लिए इनको तैनात किया गया है ताकि लोगों में सुरक्षा की भावना विकसित हो और व निष्पक्ष वोट दे सकें।
दीदी अपने भतीजे को सीएम बनाना चाहती हैं
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दे रही। वह इस बार अपने भतीजा को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाना चाहती हैं। जनता अब समझ चुकी है और उनको इस बार बाय-बाय कर रही। उन्होंने दावा किया कि पहले दो चरणों में बीजेपी पचास से अधिक सीटें जीतने जा रही है।