राजस्थान में पूर्व सरपंच के पति पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में होने और सेना की खूफिया जानकारी साझा करने का आरोप है। पूर्व सरपंच के पति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। सीआईडी की स्पेशल टीम ने उसे हिरासत में ले लिया है। पूछताछ के दौरान पालीवाल ने बताया कि महिलाओं की नग्न तस्वीर और गंदी बातचीत के बदले उसने सेना की जानकारी दी।
जयपुर. राजस्थान में पूर्व सरपंच के पति पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में होने और सेना की सूफिया जानकारी साझा करने का आरोप है। पूर्व सरपंच के पति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। सीआईडी की स्पेशल टीम ने उसे हिरासत में ले लिया है। पूछताछ के दौरान पालीवाल ने बताया कि उसने इसके लिए कोई पैसा नहीं लिया है। महिलाओं की नग्न तस्वीर और गंदी बातचीत के बदले उसने सेना की जानकारी दी।
आईएसआई ने हनी ट्रैप के जरिए फंसाया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सत्यनारायण पालीवाल को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हनी ट्रैप में फंसाया। पूछताछ के दौरान पालीवाल ने कबूल किया कि उसने गोपनीय दस्तावेज साझा किए हैं। आगे की पूछताछ के लिए उसे जयपुर ले जाया गया।
एक साल से जानकारी कर रहा था साझा
पालीवाल पिछले एक साल से आईएसआई के एजेंटों के साथ जानकारी साझा कर रहा था। सूचना में भारतीय सेना की गोपनीय स्थिति और मूवमेंट की जानकारी होती थी। यह क्षेत्र पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर जिले में स्थित पोखरण (पोकरण) फायरिंग रेंज के पास लाठी गांव में पड़ता है।
पाकिस्तान की 2 महिलाओं के संपर्क में था
पालीवाल पाकिस्तान की दो महिलाओं के संपर्क में था। रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई के गुर्गे ने सोशल मीडिया पर पालीवाल को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और उसे फंसाया। उसे पाकिस्तान में रहने वाली महिलाओं से दो फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थीं। उनमें से एक ने खुद को एक पत्रकार बताया, जबकि दूसरी ने कहा कि वह एक निजी कंपनी में काम करती है।
ISI ने पालीवाल के साथ ऐसा क्यों किया?
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई पाकिस्तान की सीमा के करीब जैसलमेर में पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के आसपास सैन्य टुकड़ियों की आवाजाही और स्थिति का ब्योरा हासिल करने की कोशिश कर रहा है। पालीवाल कथित रूप से महिलाओं के साथ रोज बातचीत करता था। उनमें से एक महिला ने एक भारतीय नंबर से व्हाट्सएप किया था।
पालीवाल को सेना की जानकारी कैसे मिली?
सरपंच के पति होने के नाते सेना की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करना उनके लिए आसान था क्योंकि सरपंच को फायरिंग और अन्य गतिविधियों के लिए रेजिमेंट को प्रमाणपत्र देना होता है। उन्होंने अपनी पत्नी के पद का फायदा उठाया।
जांच के दौरान पालीवाल ने बताया कि उसने इसके लिए कोई पैसा नहीं लिया है। उसने बताया कि महिलाओं की नग्न तस्वीर और गंदी बातचीत के बदले उसने सेना की जानकारी दी।