सबसे कम उम्र की 'डिलिवरी गर्ल', दिन रात भागदौड़ कर पहुंचाती है घर-घर खाना

डिलिवरी मैन का काम काफी भागदौड़ का होता है। आपको सड़कों पर एक टाइम लिमिट के साथ दौड़ना होता है। 15 से 20 मिनट के अंदर खाना अपने कस्टमर तक पहुंचाना होता है। इसलिए लड़की को ऐसा मेहनती काम करते देख लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Oct 20, 2019 6:59 AM IST / Updated: Oct 20 2019, 12:38 PM IST

हैदराबाद. डिलीवरी गर्ल की एक कहानी सोशल मीडिया पर छाई हुई है। स्कूटी पर सड़कों को नापतें घर-घर खाना पहुंचाने वाली यह लड़की आज सोशल मीडिया स्टार बन गई है। मात्र ढाई महिने पहले ही लड़की ने डिलिवरी का काम करना शुरू किया है लेकिन उसकी प्रसिद्धि देश भर में हो गई है। लड़की ने फूड डिलिवरी वाली होने के कारण आलोचनाओं के साथ खुद की सुरक्षा को लेकर भी कई बातें शेयर कीं। आइए जानते हैं आखिर कौन है ये डिलिवरी गर्ल- 

सामाजिक बंधनों और अपनी सुरक्षा दोनों से लड़ती ये लड़की आज दुनिया की सबसे कम उम्र वाली डिलिवरी गर्ल है। हैदराबाद की एक युवती ने फूड डिलीवरी का काम चुना तो लोग हैरान रह गए। स्वि‍गी प्‍लेटफार्म के लिए डिलीवरी एजेंट के तौर पर काम करने वाली हैदराबाद की 20 वर्षीय जननी राव स्‍कूटी पर दिन-रात फूड डिलीवरी करती हैं। 

कम उम्र वाली 'डिलिवरी गर्ल'

वह स्विगी में काम करने वाली अकेली महिला तो नहीं हैं लेकिन सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। वजह है जननी के क्रांतिकारी विचार और उनकी खूबसूरती। मासूम चेहरे वाली जननी काफी यंग और कम उम्र वाली डिलिवरी गर्ल हैं। साथ ही उनका मानना है कि कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता, बल्कि डिलिवरी का काम उनको मजेदार लगता है।

लोग मेरे काम की तारीफ करते हैं 

जननी ने बताया, 'इस कंपनी से जुड़े ढाई महीने हो गए, यह काम मजेदार है। मुझे ढेरों कस्‍टमर से मिलने का मौका मिलता है जो काफी रोचक होते हैं, यह अलग तरह का अनुभव है। ग्राहकों की प्रतिक्रियाएं काफी सराहनीय है। उनका कहना है कि इस काम को करते देख ग्राहक उनकी तारीफ करते हैं।'

किसी महिला को नहीं देखा डिलिवरी करते हुए

उन्‍होंने कहा, 'मैंने कभी किसी महिला को फूड डिलीवर करते नहीं देखा था। और इसके लिए किसी को तो कदम उठाना था और यह मैंने किया।'  इस काम के लिए सामाजिक बंधनों को खारिज करते हुए उन्‍होंने कहा, 'कोई नौकरी छोटी बड़ी नहीं होती। अगर आपको इसका भुगतान होता है तो जॉब है।'  

जननी विला मारी कॉलेज से साइकोलॉजी और मास कॉम ग्रेजुएट हैं। शहर भर में जनानी बंजारा हिल्‍स, जुबली हिल्‍स और सोमाजीगुडा में स्‍कूटी घुमाकर लोगों को घर देती हैं। ज्यादातार डिलिवरी करने वाले आदमी ही होते हैं लेकिन खाना ऑर्डर करने वाला जब इस डिलिवरी गर्ल को देखता है तो हैरान रह जाता है लेकिन जब लड़कियों ने लड़कों से कांधा मिलाकर चलना सीख ही लिया है तो यह इतनी हैरानी की बात नहीं रह जाती है।

अपनी सुरक्षा के लिए रहती हैं सतर्क

महिला होने के नाते जननी अपनी सुरक्षा को लेकर भी सतर्क रहती हैं। उन्‍होंने बताया कि कंपनी ने इसके लिए बेहतर उपाय किए हैं। जननी राव को पेपर स्‍प्रे दिया गया। इसके अलावा सेफ्टी एप बनाई गई है ताकि इमरजेंसी में वे संपर्क में रह सकें। जननी ने अपने काम के लिए महिलाओं से अपील भी की, उन्होंने कहा मैं महिलाओं से अपील करती हूं कि वह घरों से बाहर निकलें और जो मन चाहे काम करे पैसे कमाएं और आत्मनिर्भर बनें। अपनी सुरक्षा के डर से घर से बाहर निकलने का डर अब भुलां दें। डिलिवरी गर्ल के नाम से जननी सभी जगह सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। दिन-रात की भागदौड़ वाले इस काम में उनके जज्बे के लोग सैल्यूट कर रहे हैं। 

दिन-रात की भाग-दौड़ का काम

डिलिवरी मैन का काम काफी भागदौड़ का होता है। आपको सड़कों पर एक टाइम लिमिट के साथ दौड़ना होता है। 15 से 20 मिनट के अंदर खाना अपने कस्टमर तक पहुंचाना होता है ऐसे में लड़की को ऐसे मेहनती काम करते देख लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। तो अब कभी खाना ऑर्डर करते समय माइंड में सिर्फ डिलिवरी मैन नहीं डिलिवरी वुमैन भी याद रखना। 

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