हैदराबाद केस: गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने मंत्री को घेर लिया, तो रेपिस्टों का केस नहीं लड़ेंगे वकील

मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने  महिला एंव बाल कल्याण आयोग मंत्री को घेर लिया। वह महिला सुरक्षा को लेकर सवाल पूछने लगे। वहीं लोग आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने की मांग कर रहे थे। भीड़ चिल्ला रही थी- वी वान्ट जस्टिस, शूट द कल्परिट!

Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2019 11:27 AM IST / Updated: Dec 01 2019, 07:27 PM IST

हैदराबाद. महिला पशु चिकित्सक के साथ हुए गैंगरेप के घर परिवार को संतावना देने पहुंची महिला एंव बाल कल्याण आयोग मंत्री को लोगों ने घेर लिया। इस दौरान मंत्री वहां से बिना कोई बातचीत किए ही चुपचाप निकल गईं। 

महिला आयोग मंत्री सत्यवती राठौड़ पीड़िता के घर परिवार से मिलने और उन्हें दुख की इस घड़ी में संतावना देने पहुंची थी लेकिन मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने उन्हें घेर लिया। वह महिला सुरक्षा को लेकर सवाल पूछने लगे। वहीं लोग आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने की मांग कर रहे थे। भीड़ चिल्ला रही थी- वी वान्ट जस्टिस, शूट द कल्परिट!

गृह राज्य मंत्री के बयान पर भड़के थे लोग

राठौड़ को होम मिनिस्टर द्वारा दिए गए बयान के कारण भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। बीते दिनों गृह राज्य मंत्री महमूद अली ने कहा  था, पीड़िता को फैमिली को न फोन करके 100 नंबर पर पुलिस को फोन करना चाहिए था। 

शुक्रवार से ही महिला डॉक्टर के घर आस-पड़ोस के लोग और एक्टिविस्ट ने प्रदर्शन कर डेरा डाला हुआ है। सभी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कानून के लिए हाथों में कैंडिल और तथ्तियां ले रखी हैं। ऐसे में जब महिला आयोग मंत्री पहुंची तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। वह गाड़ी से निकलकर लोगों से बात करने पहुंची और उन्हें शांत करने की कोशिश की। 

प्रदर्शनकारियों ने दी रास्ता जाम करने की धमकी

दरअसल प्रदर्शनकारियों ने सोचा कि, पुलिस को फोन करने वाला बयान शायद महिला आयो मंत्री का था। ऐसे में वह उनसे सवाल पूछने लगे कि वह कैसे पीड़िता को उसके साथ हुए इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। वह पूछने लगे- आप लोग क्या कर रहे हैं. हम पूरा रास्ता जाम कर देंगे, यहां कल से बहुत से नेता आए और चले गए लेकिन कोई बता नहीं रहा कि क्या हो रहा है?

महिला होने के नाते भी यह दर्द समझ सकती हूं

राठौड़ ने कहा कि, हम वो सब कर रहे हैं जो कर सकते हैं आप लोगों को धर्य रखना होगा, मैं महिला होने के नाते भी यह दर्द समझ सकती हूं।  हालांकि इसके बाद राठौड़ वहां से चले जाने के बाद प्रदर्शनकारियों निराश हो गए। एक एक्टिविस्ट ने बताया कि, उनके गनमैन ने हमें थप्पड़ मारा और वह बिना पूरी बात सुने चली गईं। 

आपको बता दें कि, हैदराबाद में हुए इस गैंगरेप, किडनैपिंग और मर्डर के आरोपियों के पक्ष में वकीलों ने केस लड़ने से मना कर दिया है। कोई भी वकील उन आरोपियों की वकालत करने को तैयार नहीं है। 27 नवंबर को हुए इस भयानक गैंगरेप कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई गुस्से में है लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। चारों आरोपियों की पहचान हो चुकी है। 

Share this article
click me!