कोरोना से जंग : डॉक्टरों को सुरक्षित करने के लिए 7 दिन में 6 लाख बॉडी सूट खरीदेगा ICMR

 देश में अब तक कोरोना वायरस के 768 मामले सामने आए हैं। जिसमें से 21 लोगों की जान चली गई है वहीं 67 लोगों को अब तक इससे बचाया जा चुका है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 27, 2020 11:20 AM IST / Updated: Mar 27 2020, 04:57 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत पूरी तरीके से तैयार है। इसके लिए जहां पहले पूरे देश को लॉकडाउन किया गया, वहीं अब इसके इलाज के लिए भी (ICMR) यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कमर कस ली है। ICMR अगले 7 दिन में 5 लाख बॉडी सूट खरीदने जा रहा है। जिससे इलाज कर रहे डॉक्टरों को संक्रमण से बचाया जा सके।

देश में अब तक कोरोना से 21 लोगों की हुई मौत

कोरोना एक ऐसा वायरस से जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में एक संपर्क मात्र से फैल जाता है। इस फैलाव या इस वायरस के चपेट में आने से बचने के लिए डॉक्टरों को एक स्पेशल बॉडी सूट की जरूरत होती है। इसी को देखते हुए इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने अगले 7 दिन में 5 लाख बॉडी सूट को खरीदने का फैसला किया है। इस सूट को देश के 6 शहरों में भेजा जाएगा। जिसे पहन कर डॉक्टर सुरक्षित ढंग से कोरोना पॉजिटिव और संदिग्ध लोगों की जांच और इलाज कर सकते है। देश में अब तक कोरोना वायरस के 768 मामले सामने आए हैं। जिसमें से 21 लोगों की जान चली गई है वहीं 67 लोगों को अब तक इससे बचाया जा चुका है।

किन शहरों में भेजा जाएगा बॉडी सूट ?

इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार इन बॉडी सूटों को देश के 6 शहर 'दिल्ली, भोपाल, हैदराबाद, डिब्रूगढ़, मुम्बई और चेन्नई' में भेजा जाएगा। ये सूट इन शहरों में बने कोरोना टेस्ट सेंटर, आइसोलेशन सेंटर और अस्पतालों में दिए जाएंगे। ICMR इन 5 लाख बॉडी सूटों को खरीद कर 7 दिन के अंदर इन 6 शहरों में पहुंचाएगी।

ICMR के साथ ही सरकार भी बना रही है बॉडी सूट

ICMR के साथ ही सरकारी संस्थान DRDO भी बॉडी सूट बनाने का काम कर रहे हैं। सूट का उत्पादन  जितना ज़्यादा हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही ऑर्डिनेनस फ़ैक्ट्री बोर्ड भी बॉडी सूट बना रहा है। वहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने वेंटिलेटर बनाने का काम शुरू कर दिया है। इस काम को तेजी से करने के लिए अधिकारी और कर्मचारी रात-दिन लगे हुए हैं।

DRDO क्या क्या बना रहा है?

DRDO बॉडी सूट के अलावा अपने लैब में सैनिटाइज़र भी बना रहा है। अब तक 20 हज़ार लीटर सैनिटाइज़र बनाया जा चुका है। इसमे से अकेले 10 हज़ार लीटर दिल्ली पुलिस को दिया गया है। बाकी और दूसरे सरकारी संस्थानों को भी दिया गया है। इतना ही नहीं DRDO ने दिल्ली पुलिस को 10 हज़ार मास्क की भी सप्लाई की है। इसके लिए DRDO के और दूसरे संस्थान जो है वो सैनिटाइज़र और मास्क बना रहे हैं।
 

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