इस्लामाबाद. जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस मामले पर लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को आरएसएस पर निशाना साधा। इसके बाद भाजपा नेता राम माधव ने इमरान को आड़े हाथों लिया।
नई दिल्ली/ इस्लामाबाद. जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस मामले पर लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को आरएसएस पर निशाना साधा। इसके बाद भाजपा नेता राम माधव ने इमरान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा, इमरान के ट्वीट से पता चलता है कि दुनिया भर में आतंक फैलाने वाला देश पाकिस्तान कितना बौखला गया है।
आरएसएस की विचारधारा विचारों से प्रेरित- इमरान खान
दरअसल, इमरान खान ने रविवार को ट्वीट कर भारत पर झूठे आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, कश्मीर में कर्फ्यू सख्ती और जनसंहार के हालात, आरएसएस की विचारधारा के चलते हैं जो नाजी विचार से प्रेरित है। यह कत्लेआम कर कश्मीर की डेमोग्राफी बदलने की कोशिश है। सवाल ये है कि क्या दुनिया देखती रहेगी जैसा हिटलर के वक्त में हुआ था।'' इमरान ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ''मैं हिन्दू श्रेष्ठता वाले आरएसएस की विचारधारा से डरा हुआ हूं। क्योंकि यह नाजी आर्यन श्रेष्ठता की तरह है। इसे कश्मीर में रोका जाना चाहिए, नहीं तो इससे भारत में मुस्लिमों का दमन बढ़ेगा और बाद में पाकिस्तान निशाना बनेगा। हिन्दू श्रेष्ठता हिटलरशाही का ही दूसरा वर्जन है।''
पाक समर्थित आतंकवाद पूरे विश्व के लिए चुनौती- भाजपा
इमरान पर पलटवार करते हुए राम माधव ने लिखा, ''इससे पता चलता है कि दुनिया भर में आतंक फैलाने वाला पाकिस्तान कितना बौखला गया है। दुनिया को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से चुनौती है, नाकि भारत से कोई खतरा है। हमने जिन्ना की दो राष्ट्र और शेख अब्दुल्ला के तीन राष्ट्र के सिद्धांत को खत्म किया। क्या आप (इमरान) पाकिस्तान में धार्मिक अतिवाद को खत्म करेंगे।''
पाकिस्तान का दावा- कश्मीर मुद्दे पर चीन ने समर्थन किया
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि चीन कश्मीर मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जाने के हमारे फैसले का समर्थन करता है। भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद कुरैशी शुक्रवार को चीन गए थे, जहां उन्होंने विदेश मंत्री वांग यी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की थी। उन्होंने इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत में कहा, चीन ने न्यूयॉर्क में अपने प्रतिनिधिओं को निर्देश दिया है कि वे इस मुद्दे पर पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ संपर्क बनाए रखे। उन्होंने कहा कि चीन चाहता है कि यूएन के नियमों के मुताबिक, इस समस्या का हल हो।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से नहीं मिली मदद
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के अनुच्छेद 370 फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन मांगा। उन्होंने कहा था कि कश्मीरियों के खिलाफ सैन्य बल का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। घाटी में भय का माहौल है। हालांकि, उनके अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने के बावजूद उन्हें समर्थन नहीं मिला। रूस ने साफ कर दिया है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। वहीं, अमेरिका और यूएन ने भी साफ कर दिया है कि कश्मीर मामला द्विपक्षीय है, इसमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई जरूरत नहीं है।