भारत के कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र को दुनिया के 113 देशों में मान्यता मिल गई है। कई देश टीकाकरण प्रमाण पत्र की परस्पर मान्यता के लिए भारत के साथ करार तक पहुंच गए हैं।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना महामारी पर नियंत्रण के एक मात्र उपाये टीकाकरण पर जोड़ दिया जा रहा है। इस बीच अच्छी खबर आई है कि भारत के कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र (Vaccination Certificate) को दुनिया के 113 देशों में मान्यता मिल गई है।
यह मान्यता काफी महत्वपूर्ण है। कोरोना महामारी के दौर में अधिकतर देशों में विदेशी यात्री को तभी प्रवेश की अनुमति दी जा रही है जब उसने कोरोना का टीका ले रखा हो। टीका भी ऐसा हो जिसे उस देश ने मान्यता दी हो। दुनिया के 113 देशों द्वारा भारत के कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र को मान्यता देने का मतलब है कि भारत के लोग इन देशों में कोरोना टीका लगवाने का प्रमाण पत्र दिखाकर जा सकते हैं।
विदेश मंत्री ने राज्यसभा में दी जानकारी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में लिखित जवाब में 113 देशों द्वारा भारत के टीकाकरण प्रमाण पत्र को मान्यता देने संबंधी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इनमें से कई देश तो टीकाकरण प्रमाण पत्र की परस्पर मान्यता के लिए भारत के साथ करार तक पहुंच चुके हैं। बाकी पूर्ण टीकाकृत लोगों के लिए अपने देश के प्रोटोकाल का अनुपालन करते हैं।
एस. जयशंकर ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय नागरिकों की विदेश यात्रा आसान बनाना चाहती है। कुछ देशों में विदेशी लोगों के क्वारंटाइन की अनिवार्यता और प्रवेश संबंधी शर्तें बाधा पैदा करती हैं। हाल के महीनों में हमने अपनी कूटनीति को कामगारों, पेशेवरों, छात्रों, कारोबारियों, पर्यटकों और परिवार के साथ यात्रा करने वालों को सुविधा उपलब्ध कराने पर केंद्रित किया है।
बता दें कि भारत में 135.25 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। भारत में वर्तमान में कोरोना के कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक वी टीके दिए जा रहे हैं।
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