महामारी के बीच GDP growth में जबरदस्त उछाल, केंद्रीय मंत्री ने कहा- देश के लिए एक सुनहरे कल की शुरुआत

कोरोना महामारी के बाद 2021-22 की पहली तिमाही में GDP में जबर्दस्त ग्रोथ को केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने देश के लिए एक सुनहरे कल की शुरुआत बताया है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 2, 2021 4:13 AM IST / Updated: Sep 02 2021, 10:10 AM IST

नई दिल्ली.  केंद्रीय मंत्री ने कोरोना महामारी के बाद 2021-22 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (Gross domestic product-GDP) में जबर्दस्त ग्रोथ को देश के लिए एक सुनहरे कल की शुरुआत बताया है। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ( (MoS Rajeev Chandrashekhar)  राजीव चंद्रशेखर ने भारत की अर्थव्यवस्था(Economy) में जबर्दस्त सुधार में किसानों, व्यापारियों यानी सबका बेहतर योगदान माना। साथ ही कहा कि सरकार की पॉलिसी ने भारत की इकोनॉमी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मंत्री ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए एक के बाद एक कई tweet किए और इसे भारत के तेजी से होते विकास का उदाहरण बताया।

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सरकार की सफल पॉलिसी का नतीजा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की जीडीपी(GDP growth) अप्रैल-जून में एक रिकॉर्ड छू गई। यह भारत की मजबूत आर्थिक उछाल को दिखाती है। महामारी के बीच यह सरकार की सफल पॉलिसी को दिखाती हैं। 

उम्मीद के अनुरूप रिकवरी
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा किहमारी अर्थव्यवस्था (Economy is recovering back)  वापस ठीक हो रही है, 20% की वृद्धि की उम्मीद के साथ। वो भी कोरोना की पहली और दूसरी लहर के कई चुनौतियों के बीच। उद्योग सेवाएं फिर से मजबूती से ठीक हो रही हैं। हालांकि ये अभी भी कोविड काल के पहले की तरह नीचे हैं। अभी हम संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में हैं। लेकिन नई कंपनियों का आगमन दिखाता है कि हम उम्मीद के अनुरूप रिकवर कर रहे हैं।

कोरोना की तीसरी लहर से बचने की सलाह
मंत्री ने कोरोना की तीसरी लहर से बचने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा-लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस गति को बनाए रखने के लिए हमें तीसरी लहर से बचना होगा। कोरोना की पहली दो लहरों का हमारे Gross Value Added   (GVA) पर गंभीर असर दिखा। 

बता दें कि  Gross Value Added  यानी GVA से किसी इकनॉमी में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता चलता है। GVA बताता है कि एक तय समय सीमा में इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल का दाम निकालने के बाद कितने रुपये की वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन हुआ है।

टर्नओवर जैसी बात गायब हो चुकी थी
मंत्री ने उदाहरण दिया कि यह एक ऐसी कंपनी की तरह है; जिसका पार्ट टर्नओवर 2 साल के लिए अपरिवर्तनीय रूप से खो गया था। अगर हम कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे; तो हम इसे पूरा करने में सक्षम नहीं होंगे। केंद्रीय मंत्री का आशय है कि कंपनियों के लिए कोरोनकाल में टर्नओवर जैसी बात मानों गायब ही हो गई हो।

किसानों के योगदान की सराहना
केंद्रीय मंत्री ने GDP growth में उछाल के लिए किसानों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड से पहले और मौजूदा नीतियों ने किसानों का भरपूर सहयोग किया। यही वजह रही कि कोविड काल से पहले की तुलना में इस बार कृषि उत्पादन जबर्दस्त रहा है।

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सबका साथ सबका विकास
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह सबको पता है कि पिछले 7 सालों में नरेंद्र मोदी की सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूत, लचीला और विविधतापूर्ण बनाया है। भारत अब 'सबका साथ सबका विकास' के साथ आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है।

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जून तिमाही में आर्थिक दर तेजी से उछली 
जून तिमाही में देश की आर्थिक दर तेज उछाल के साथ 20.1% पर पहुंच गई। ये किसी भी तिमाही में अब तक की रिकॉर्ड हाई ग्रोथ है। इससे पहले रॉयटर्स ने 41 इकोनॉमिस्ट पर एक पोल किया था, जिसके मुताबिक, पहले ही बता दिया गया था कि जून 2021 तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 20 फीसदी रह सकती है।

लो बेस इफेक्ट की वजह से ग्रोथ
इस ग्रोथ की वजह लो बेस इफेक्ट है। आरबीआई ने जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 21.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। एक्सपर्ट के मुताबिक, बेहतर तस्वीर के लिए हमें जीडीपी को तिमाही बेस पर देखना होगा। 

पहली तिमाही में कुल GVA 30.1 लाख करोड़ रु रहा
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल GVA 30.1 लाख करोड़ रुपए रहा। ये पिछले साल के मुकाबले 18.8% ज्यादा है। GVA से अर्थव्यवस्था के कुल आउटपुट और इनकम का पता चलता है। 

1990 के बाद सबसे बड़ी ग्रोथ
मार्च 2021 में तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 1.6 प्रतिशत थी। 1990 से लेकर अबतक ये किसी भी तिमाही में सबसे बड़ी ग्रोथ है। 1990 से पहले ये आंकड़े उपलब्धन नहीं हैं।

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