भारत और चीन के बीच 9 अप्रैल को 11वें दौर की बातचीत होगी। इस दौरान दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडर्स पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव कम करने के लिए चर्चा करेंगे। यह बातचीत भारतीय क्षेत्र में चुंशूल में होगी।
नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच 9 अप्रैल को 11वें दौर की बातचीत होगी। इस दौरान दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडर्स पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव कम करने के लिए चर्चा करेंगे। यह बातचीत भारतीय क्षेत्र में चुंशूल में होगी।
इससे पहले फरवरी में दोनों देशों के बीच 10वें दौर की बातचीत हुई थी। यह चीनी क्षेत्र मोल्डो में हुई थी। यह बैठक 16 घंटे चली थी, लेकिन गोगरा, हॉट स्प्रिंग, गलवान और देपसांग से सेना हटाने को लेकर बात नहीं बनी थी।
9वें दौर की बातचीत के बाद दोनों सेनाएं हटी थीं पीछे
भारत और चीन की सेनाएं पिछले साल मई से आमने सामने हैं। इस साल फरवरी में दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था। इसके मुताबिक, पैंगोंग में चीन की सेना फिंगर 8 के पूर्व में अपनी पहले की स्थिति में लौट गई है। जबकि भारत की सेना फिंगर 3 के पास अपनी स्थाई पोस्ट धन सिंह पर लौट आई। इन क्षेत्रों से सेना हटने के बाद विवादित गोगरा, हॉट स्प्रिंग, गलवान और देपसांग पर बातचीत होनी है।
पिछले साल मई से जारी है विवाद
दोनों देशों के बीच पिछले साल 5 मई को पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक संघर्ष के बाद सैन्य गतिरोध शुरू हुआ था। इसके बाद 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। गलवान में हुई इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। बताया जाता है कि इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए। लेकिन चीन ने आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया। लेकिन बाद में चीन ने 4 सैनिकों की मौत की बात स्वीकारी थी।