बुल्गेरियाई मर्चेंट जहाज रुएन का अपहरण करने वाले 35 सोमालियाई डकैतों को दस दिनों का मुंबई पुलिस को रिमांड

शनिवार को भारतीय नौसेना ने पुलिस को सौंपा था। डकैतों ने बुल्गेरियाई मर्चेंट शिप रुएन का अपहरण किया था।

 

Dheerendra Gopal | Published : Mar 24, 2024 12:05 PM IST

Navy captured Somalian pirates: इंडियन नेवी ने बुल्गारिया की अपहृत मर्चेंट शिप को सोमालियाई समुद्री डकैतों से मुक्त कराने के साथ 35 डकैतों को पकड़ा था। नेवी ने इनको मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया था। मुंबई सेशन कोर्ट ने सभी 35 सोमालियाई डकैतों को दस दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया है। शनिवार को भारतीय नौसेना ने पुलिस को सौंपा था। डकैतों ने बुल्गेरियाई मर्चेंट शिप रुएन का अपहरण किया था। इस अपहृत मर्चेंट शिप को डकैतों के चंगुल से छुडाने के लिए नेवी ने काफी मशक्कत की थी। करीब 40 घंटे चले आपरेशन के बाद नेवी के जवानों ने शिप को छुड़ाने में सफलता तो हासिल की, साथ ही तीन दर्जन के करीब सोमालिया समुद्री डकैतों को भी पकड़ा था।

दरअसल, एमवी रुएन नाम के एक मर्चेंट शिप को बीते 14 दिसंबर 2023 को सोमालिया के समुद्री लुटरों ने अपहृत कर लिया था। इस मर्चेंट शिप में बुल्गारिया, अंगोला, म्यांमार के 15 से अधिक चालक दल के सदस्य थे। नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि आईएनएस कोलकाता ने शनिवार शाम 15 मार्च 2024 को बहादुरीपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारतीय नेवी ने 35 समुद्री सोमालिया लुटेरों को घेर लिया। उनको आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया।

यह ऑपरेशन करीब 40 घंटे तक चली। इस आपरेशन के सभी 17 चालक दल के मेंबर्स को सुरक्षित मुक्त कराया गया। नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि समुद्री लुटेरों द्वारा अपहरण के बाद मर्चेंट शिप को भगाने की कोशिश की गई लेकिन इस ऑपरेशन में आईएनएस कोलकाता की मदद के लिए आईएनएस सुभद्रा, मानव रहित हवाई वाहन, पी-8आई समुद्री गश्त विमान और कमांडोज को भी मदद के लिए भेजा गया ताकि किसी भी सूरत में मर्चेंट शिप को लुटेरों से मुक्त कराया जा सके। भारतीय नौसेना की इस साहसिक कार्रवाई के बाद बुल्गेरिया के प्रेसिडेंट ने भारत के प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी भेजा था।

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