भारतीय मूल की अंकिती बोस (Ankiti Bose) ने 2015 में जिस कंपनी की स्थापना की उसी से उसे पैसे की गड़बड़ी करने के आरोप में निकाल दिया गया। अब उसे बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं। अंकिती ने अपने लिए सुरक्षा की मांग की है।
नई दिल्ली। भारतीय मूल की अंकिती बोस (Ankiti Bose) ने जिस कंपनी की स्थापना की थी उसी के सीईओ पद से उसे पैसे के लेनदेन संबंधी गड़बड़ी का आरोप लगाकर हटा दिया गया। अब उन्हें सोशल मीडिया पर रेप की धमकी देकर परेशान किया जा रहा है। अंकिती बोस ने सिंगापुर की कोर्ट से अपने लिए सुरक्षा की मांग की है।
सिंगापुर के स्टार्टअप जिलिंगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से अंकिती बोस को हटा दिया गया था। अंकिती ने कहा है कि उन्होंने एक ट्विटर यूजर के खिलाफ सुरक्षा आदेश मांगा है। उनकी तस्वीरें, चैट और दस्तावेज उनकी सहमति के बिना एक्सेस और शेयर किए गए।
अंकिती ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि मेरी तस्वीरें, चैट, दस्तावेज, रिकॉर्ड सभी को मेरी सहमति के बिना गलत तरीके से लिया गया। मैंने इंटरनेट पर उनके संस्करण देखे हैं। ये स्पष्ट रूप से नकली हैं, लेकिन फिर भी हानिकारक हैं। मुझे नहीं पता कि यह कौन कर रहा है।
2015 में अंकिती ने की थी जिलिंगो की स्थापना
दरअसल, भारतीय मूल की अंकिती बोस और ध्रुव कपूर ने 2015 में जिलिंगो नाम की एक ऑनलाइन फैशन कंपनी की स्थापना की थी। ध्रुव कपूर कंपनी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी हैं। यह कंपनी कपड़े के व्यापारियों और कारखानों को टेक्नोलॉजी देती है।
कंपनी के अकाउंट में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाकर अंकिती बोस को 31 मार्च को निलंबित कर दिया गया था। कंपनी ने अंकिती पर गंभीर वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगया था। हालांकि, कंपनी ने बोस के खिलाफ आरोपों या ऑडिट के नतीजों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है।
अंकिती को नहीं मिला रिपोर्ट
अंकिती का दावा है कि उसने अभी तक उसके खिलाफ दर्ज की गई शिकायतों को नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि मैंने अभी भी उन शिकायतों को नहीं देखा है जो मेरे खिलाफ दर्ज की गई हैं। मैंने उस रिपोर्ट को नहीं देखा, जिसके आधार पर मुझे कंपनी से निकाल दिया गया। मुझे उस कंपनी द्वारा निकाल दिए जाने का अपमान सहना पड़ा, जिसे मैंने स्थापित किया था।
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अंकिती ने कहा कि कुछ ऐसे तत्व हैं जो मुझे डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे परिवार को लगातार ऑनलाइन धमकियां मिल रही हैं। मुझे बलात्कार की धमकियां दी गईं। मैंने कानूनी सुरक्षा मांगी क्योंकि मुझे डर है कि कुछ ऐसे तत्व हैं जो मुझे डराने-धमकाने से फायदा उठा सकते हैं।
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