कोरोना वायरस: ब्रिटेन में फाइजर वैक्सीन लेने वाला पहला भारतीय मूल का कपल, जानें वैक्सीन लेने के बाद क्या कहा?

कोरोना महामारी के बाद वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो चुका है। उत्तरी इंग्लैंड में रहने वाले हरि शुक्ला और उनकी पत्नी रंजन वैक्सीन लेने वाले भारतीय मूल के पहले कपल बन गए हैं। 87 साल के हरि शुक्ला और उनकी पत्नी रंजन ने न्यूकैसल में रॉयल विक्टोरिया इन्फर्मरी में वैक्सीन ली।
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2020 12:43 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के बाद वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो चुका है। उत्तरी इंग्लैंड में रहने वाले हरि शुक्ला और उनकी पत्नी रंजन वैक्सीन लेने वाले भारतीय मूल के पहले कपल बन गए हैं। 87 साल के हरि शुक्ला और उनकी पत्नी रंजन ने न्यूकैसल में रॉयल विक्टोरिया इन्फर्मरी में वैक्सीन ली।

80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को पहले दी जाएगी वैक्सीन
हरि शुक्ला और उनकी पत्नी रंजन उन लोगों में शामिल हैं जिनकी उम्र 80 साल से ज्यादा है। ऐसे लोगों को ब्रिटेन के 50 अस्पतालों में 800,000 डोज दी जानी है।

हरि शुक्ला ने कहा, मैं वैक्सीन लगाकर काफी उत्साहित हूं। हम इस वैक्सीन का बहुत लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। एनएचएस कर्मचारियों के संपर्क में होने के बाद मुझे पता है कि वे सभी कितनी मेहनत करते हैं और महामारी के दौरान हमें सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने जो कुछ भी किया है उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। 

90 साल की महिला को लगी पहली कोरोना वैक्सीन
कोरोना महामारी में वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो चुकी है। ब्रिटेन की 90 साल की महिला मार्गरेट कीनन फाइजर कोविड -19 वैक्सीन लेने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं। उन्होंने इंग्लैंड के कोवेंट्री में स्थानीय अस्पताल में सुबह 6.31 बजे वैक्सीन दी गई। मार्गरेट कीनन ज्वैलरी शॉप की पूर्व सहायक रही हैं। उन्हें यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल कोवेंट्री में वैक्सीन लगाई गई। 

एक हफ्ते पहले ही कीनन ने अपना जन्मदिन मनाया
एक हफ्ते पहले ही वे 91 साल की हुईं। ब्रिटेन ने मंगलवार को पॉइजर और बायोटेक द्वारा विकसित कोविड -19 वैक्सीन की शुरुआत की। कीनन ने कहा, मुझे लगता है कि कोविड -19 के खिलाफ वैक्सीन लगाने वाली पहली महिला होने का सौभाग्य मिला है। यह मेरे लिए जन्मदिन का सबसे अच्छा गिफ्ट है। 
 

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