रेलवे 1 जून से 200 ट्रेनों की शुरुआत करेगा। जिसके लिए टिकटों की बुकिंग आज यानी गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई। रेलवे ने बुधवार की देर रात ट्रेनों की लिस्ट जारी कर दी है। इनमें दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां भी शामिल हैं। इन गाड़ियों में एसी और नॉन एसी कोच होंगे। जनरल कोच में बैठने के लिए भी रिजर्वेशन लेना होगा।
नई दिल्ली. देश में जारी कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच रेलवे ने यात्रियों को राहत देने की तैयारी की है। रेलवे 1 जून से 200 ट्रेनों की शुरुआत करेगा। जिसके लिए टिकटों की बुकिंग आज यानी गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई। कौन सी ट्रेने कहां से चलेंगी इसको लेकर रेलवे ने बुधवार की देर रात लिस्ट जारी कर दी है। इनमें दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां भी शामिल हैं। इन गाड़ियों में एसी और नॉन एसी कोच होंगे। जनरल कोच में बैठने के लिए भी रिजर्वेशन लेना होगा। यानी ट्रेन में कोई अनरिजर्व्ड कोच नहीं होगा।
टिकट के लिए मची होड़
बुकिंग शुरू होते ही यात्रियों में टिकट की होड़ मच गई। 1 जून से 73 यात्री ट्रेनों के परिचालन के लिए 290510 यात्रियों के लिए 149025 टिकट बुक किए गए हैं। इसकी जानकारी रेलवे ने दी है। रेलवे ने बताया है कि दोपहर तक ही इतनी बड़ी तादाद में बुकिंग की जा चुकी है।
फिलहाल ऑनलाइन हो रही टिकटों की बुकिंग
रेलवे द्वारा शुरू की जा रही इन ट्रेनों के लिए ऑनलाइन बुकिंग 21 मई यानी गुरुवार सुबह 10 बजे से आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर शुरू हुई। रिजर्वेशन काउंटर से कोई टिकट बुक नहीं होगा। इनके लिए एडवांस रिजर्वेशन पीरियड 30 दिन होगा, आरएसी और वेटिंग लिस्ट के नियम पहले की तरह होंगे।
जनरल कोच के लिए भी रिजर्व होगी सीट, स्लीपर के बराबर लगेगा किराया
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, 1 जून से चलने वालीं ट्रेनों का किराया सामान्य ही होगा, लेकिन जनरल कोच में सीट बुक करने के लिए भी स्लीपर का किराया देना होगा। रेलवे ने कहा है कि सभी यात्रियों को सीट मिलेगी यानी कोई वेटिंग नहीं होगी। कोई भी यात्री वेटिंग टिकट पर यात्रा नहीं कर पाएगा। किसी भी तरह से अनारक्षित टिकट नहीं मिलेगा और न ही तत्काल टिकट की कोई व्यवस्था है।
श्रमिक ट्रेनें और स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं
रेलवे ने 1 जून से नई ट्रेनों की शुरुआत से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ चर्चा की। इससे पहले मंगलवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनें चलाने की बात कही थी। 1 मई से प्रवासी मजदूरों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें और 12 मई से राजधानी रूट पर 15 स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की गई थी।
दोगुनी होंगी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें
भारतीय रेल ने अभी तक 1,595 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों द्वारा 21 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्य पहुंचाया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल के ऑफिस ने जानकारी दी कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या अब दोगुनी की जायेगी। रेलवे की योजना है कि मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए रोजाना 400 ट्रेनों को चलाया जाए।
रेलवे ने 30 जून तक के सभी टिकट रद्द कर दिए थे
देशभर में रेलवे की 12 हजार यात्री ट्रेनें जनता कर्फ्यू के दिन यानी 22 मार्च से ही बंद कर दी गई थीं। इसके अलावा रेलवे ने पिछले दिनों 30 जून तक के लिए बुक हुए सभी टिकट कैंसल कर यात्रियों को रिफंड भी दे दिया था। इसका मतलब है कि ट्रेनों का परिचालन सामान्य होने में अभी वक्त लगेगा।
यहां देखें पूरी लिस्ट-