
Indian workers in Israel: इजरायल-ईरान युद्ध (Israel Iran war) के बीच इजरायल में भारतीय मजदूरों को जबरिया वापसी की सूचना आ रही है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल इस सूचना पर भारतीय दूतावास ने सफाई जारी की है। तेल अवीव (Embassy of India, Tel Aviv) स्थित भारतीय दूतावास ने इसे अफवाह करार देते हुए साफ किया कि इज़राइल में रह रहे किसी भी भारतीय को जबरन भारत लौटने के लिए नहीं कहा गया है और न ही ऐसा करने पर कोई जुर्माना या जेल की धमकी दी गई है।
दूतावास ने अपने @Indemtel एक्स (X) हैंडल से जारी एक पोस्ट में कहा, कोई भी भारतीय नागरिक इस तरह की झूठी सूचनाओं पर विश्वास या उसे फॉरवर्ड न करें। आधिकारिक जानकारी के लिए केवल दूतावास की वेबसाइट या सोशल मीडिया पर भरोसा करें।
दूतावास के अनुसार, इजरायल में रह रहे भारतीय नागरिकों का रजिस्ट्रेशन केवल इसलिए किया जा रहा है ताकि संकट के समय उन तक पहुंचा जा सके, उन्हें भारत सरकार की वेलफेयर स्कीम्स और मदद मिल सके।
इजरायल और ईरान के बीच लगातार सैन्य संघर्ष जारी है। इजरायल ने अपने 'Operation Rising Lion' के तहत ईरान पर कई हमले किए थे जिसके जवाब में तेहरान ने भी चेतावनी के साथ जवाबी कार्रवाई की है। इस बीच, भारत ने ‘Operation Sindhu’ की घोषणा की है ताकि ईरान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।
भारतीय दूतावास ने पिछले सप्ताह इजरायल में रह रहे सभी भारतीयों से सावधानी बरतने, गैर-ज़रूरी मूवमेंट से बचने और स्थानीय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की थी।
किस प्रकार के भारतीय काम करते हैं इज़राइल में?
हजारों भारतीय केयरगिवर्स (Caregivers) के तौर पर बुजुर्ग इज़राइली नागरिकों की सेवा करते हैं। कुछ हीरा व्यापार (Diamond Trade) और आईटी सेक्टर में कार्यरत हैं। 2023 में गाजा युद्ध (Gaza War) के बाद, इजरायल में निर्माण कार्य के लिए भी भारतीय श्रमिकों की भर्ती बढ़ी है क्योंकि फिलिस्तीनी श्रमिकों की एंट्री पर रोक है।
भारत-इजरायल संपर्क में: इजरायली राजदूत का बयान
भारत में इजरायली राजदूत रेउवेन अजार (Reuven Azar) ने बताया कि हम भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) के साथ लगातार संपर्क में हैं और सुरक्षा स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं।