
मुंबई। अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या (Sheena Bora murder) के आरोप में छह साल से अधिक समय से जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) बाहर आ गईं हैं। बुधवार को उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी। वह भायखला जेल में बंद थीं।
जेल से बाहर निकलते समय इंद्राणी मुखर्जी ने सफेद कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने कहा कि बाहर आकर बेहतर महसूस कर रही हैं। उन्होंने अभी तक आगे की कोई योजना नहीं बनाई है। जेल परिसर के बाहर जमा मीडियाकर्मियों से उन्होंने कहा , "खुला आसमान दीखा। बहुत खुश हूं। मैं बहुत खुश हूं। मैंने जेल में बहुत कुछ सीखा है...। मैं इसके बारे में बाद में बात करूंगी। सहानुभूति और क्षमा पर मुझे विश्वास है।"
शीना बोरा की हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं इंद्राणी मुखर्जी
बता दें कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत राशि 2 लाख रुपए तय की और कहा कि इंद्राणी को दो सप्ताह के भीतर राशि जमा करनी होगी। इंद्राणी मुखर्जी पिछली शादी से अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं। शीना का 2012 में कथित तौर पर अपहरण कर हत्या कर दी गई थी और उसके शरीर को मुंबई के बाहरी इलाके में एक गड्ढे में छोड़ दिया गया था।
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इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति और मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी भी दो अन्य लोगों के साथ इस मामले में आरोपी थे। पीटर मुखर्जी भी इस मामले में जेल की सजा काट चुके हैं। इंद्राणी और पीटर ने 2007 में आईएनएक्स नेटवर्क स्थापित किया था, लेकिन दो साल बाद गबन के आरोपों के बीच अपनी हिस्सेदारी बेच दी। प्रवर्तन निदेशक ने आरोप लगाया था कि 2008 में कार्ति चिदंबरम ने पति और पत्नी को उनके उद्यम में करोड़ों के विदेशी निवेश के लिए मंजूरी दिलाने में मदद की, जिसके लिए उन्हें कथित रूप से रिश्वत भी मिली। मामले की अभी जांच की जा रही है।
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