उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि 12 देशों को रिस्क जोन में रखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन देशों में कोविड-19 के नए वेरिएंट को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अलर्ट के बाद सिविल एविशएन मिनिस्ट्री ने इन देशों से आने वाले या यहां यात्रा करने वालों के लिए स्पेशल प्रोटोकॉल जारी किया गया है।
नई दिल्ली। इंडिया फिर से इंटरनेशनल फ्लाइट्स (International Flight) को शुरू कर रहा है। 15 दिसंबर से कुछ शर्तों के साथ विभिन्न देशों की यात्राएं की जा सकेगी। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (Civil Aviation Ministry) ने 12 देशों को रिस्क जोन में रखा है। इन देशों में यात्रा करने या यहां के यात्रियों के लिए कुछ प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री (Civil Aviation Minister) ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindhia) ने कहा था कि सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन को सामान्य करने की प्रक्रिया का मूल्यांकन कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार संक्रमण की एक नई लहर से बचाव के लिए कदम उठाएगी, खासकर जब से कई यूरोपीय देशों में वृद्धि देखी गई है।
12 देशों को रिस्क जोन में रखा गया
उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि 12 देशों को रिस्क जोन में रखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन देशों में कोविड-19 के नए वेरिएंट को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अलर्ट के बाद सिविल एविशएन मिनिस्ट्री ने इन देशों से आने वाले या यहां यात्रा करने वालों के लिए स्पेशल प्रोटोकॉल जारी किया गया है।
किन देशों को रिस्क जोन में रखा गया?
यूरोपीय देश जिसमें यूके भी शामिल, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजरायल। इन देशों में कोरोना वायरस (Covid-19 के नए बी 1.1.529 वेरिएंट के केसों की पुष्टि की है।
इंटरनेशनल ट्रवेल के लिए इन शर्तों को पूरा करना होगा
ब्रिटेन की रेड लिस्ट में छह अफ्रीकी देश
ब्रिटेन ने नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए अफ्रीका के 6 देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर फिलहाल रोक लगा दिया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, बोत्सवाना, जिंबाब्वे, लिसोथो और एसवाटिनी शामिल हैं। ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी साजिद जाविद ने बताया- देश की हेल्थ एजेंसी नए वेरिएंट की जांच कर रही है। हमें और डेटा की जरूरत है, लेकिन हम सावधानी बरत रहे हैं। इन 6 अफ्रीकी देशों को रेड लिस्ट में डाला जाएगा और ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन में रहना होगा।
साउथ अफ्रीका आने-जाने पर जर्मनी ने बैन लगाया
जर्मनी ने भी साउथ अफ्रीका आने-जाने वाले नागरिकों के ट्रवेल पर बैन लगाने का फैसला किया है। जर्मनी के हेल्थ मिनिस्टर जेंस स्पॉन ने शुक्रवार को कहा- नए नियम शुक्रवार रात से लागू होंगे, अफ्रीका के आस-पास के देशों पर भी ट्रवेल बैन लगाया जा सकता है। वैक्सीन लगे होने के बावजूद जर्मनी के नागरिकों को देश पहुंचने पर 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा।
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