पिछले एक महीने के दौरान जांच एजेंसियों ने देश में पांव पसारने की कोशिश में जुटे आईएसआईएस मॉड्यूल के खिलाफ 21 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। इस घातक मॉड्यूल से जुड़े 10 लोगों को अब तक गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
नई दिल्ली। आईएस (IS) का माड्यूल देश में फैलाने की कोशिश में लगे स्लीपर सेल का एक खतरनाका आतंकी एनआईए (NIA) के हत्थे चढ़ा है। आईएसआईएस के इस आतंकी का नाम जुफ्री जवाहर दामुदी उर्फ अबु हाजिर अल बदरी बताया जा रहा है। पुलिस ने जुफ्री को उसके एक साथ अमीन जुहैब के साथ पकड़ा है। बदरी भारत में अपने नेटवर्क के जरिए जिहादियों की भर्ती करता था।
2020 से था जांच एजेंसियों के रडार पर
अल बदरी 2020 से ही जांच एजेंसियों की रडार पर था। वह आईएसआईएस की एक ऑनलाइन मैगजीन में भी महत्वपूर्ण भूमिका में बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस मैग्जीन के जरिए आईएसआईएस अपना प्रोपेगैंडा फैलाता है और लोगों को बरगलाता भी है। बताया जा रहा है कि बदरी सीरिया में बैठे अपने आकाओं के सीधे संपर्क में था।
कैसे हुई जुफ्री जवाहर दामुदी की पहचान?
जांच एजेंसियों ने साइबर स्पेस पर बदरी के खिलाफ जानकारियां जुटाई। वहीं, 11 जुलाई को पकड़े गये उमर नासिर से भी उसके बारे में पड़ताल की गई। इसके बाद अबु हाजिर अल बदरी की असली पहचान जुफ्री जवाहर दामुदी के तौर पर की गई है। वह भटकल का रहने वाला है। शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आई है कि जुफ्री जवाहर दामुदी, अदनान हसन दामुदी का छोटा भाई है। साल 2017 में एनआईए ने आईएसआईएस से जुड़े एक केस में अदनान हसन दामुदी को गिरफ्तार किया था।
एनआईए एक महीना से कर रही है छापामारी
पिछले एक महीने के दौरान जांच एजेंसियों ने देश में पांव पसारने की कोशिश में जुटे आईएसआईएस मॉड्यूल ( ISIS module) के खिलाफ 21 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। इसमें अनंतनाग, श्रीनंगर, बांदीपोर, बारामूला, मंगलूरू, बेंगलुरु और भटकल में छापेमारियां की गई हैं। इस घातक मॉड्यूल से जुड़े 10 लोगों को अब तक गिरफ्तार भी किया जा चुका है।