प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन से मुलाकात की। एली कोहेन तीन दिन की यात्रा पर भारत आए थे, लेकिन उन्हें इजरायल में बदलती सुरक्षा स्थिति के चलते जल्द लौटना पड़ा।
नई दिल्ली। भारत की यात्रा पर आए इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच भारत-इजरायल संबंध को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने भारत और इजरायल के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।
इजरायल के विदेशमंत्री ने नरेंद्र मोदी के साथ अब्राहम समझौते के विस्तार और मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ावा देने पर चर्चा की। नरेंद्र मोदी के साथ हुई मुलाकात की जानकारी देते हुए इजरायली विदेशमंत्री ने ट्वीट किया, "भारत वर्ल्ड पावर, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे अधिक आबादी वाला देश है। मैंने पीएम मोदी के साथ दोनों देशों के सामरिक संबंधों को मजबूत करने के संबंध में बात की। इब्राहीम समझौते के विस्तार मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ावा देने पर भी बात हुई। इससे इजरायल की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।"
इजरायल के विदेश मंत्री कोहेन तीन दिन की यात्रा पर भारत आए थे। ऑपरेशन शील्ड एंड एरो के बाद इजरायल में सुरक्षा स्थिति के कारण उन्हें अपनी यात्रा में कटौती करनी पड़ी। इस संबंध में कोहेन ने ट्वीट किया, "मैं कुछ समय पहले दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद इजरायल में सुरक्षा की स्थिति के बारे में जानकारी मिली। इसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद इजरायल लौट रहा हूं।"
नरेंद्र मोदी बोले- इजराइल के विदेश मंत्री से मिलकर खुशी हुई
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "इजराइल के विदेश मंत्री से मिलकर खुशी हुई। हमने कृषि, जल, इनोवेशन और लोगों से लोगों के संबंधों के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।"
फिलिस्तीनी आतंकियों के खिलाफ इजरायल चला रहा ऑपरेशन शील्ड एंड एरो
गौरतलब है कि इजरायल फिलिस्तीनी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शील्ड एंड एरो चला रहा है। मंगलवार सुबह इजरायली सेना द्वारा गाजा में किए गए बम विस्फोट में फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन के तीन सीनियर मेंबर मारे गए थे। इजरायली सेना ने रात 2 बजे हमला किया था। इजरायली सेना ने गाजा के 40 किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले इजरायली लोगों को बम शेल्टर में रहने का निर्देश दिया है। इजरायल को आशंका है कि फिलिस्तीनी आतंकियों द्वारा जवाबी कार्रवाई की जा सकती है।