TRAI की रजत जयंती पर आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दी बधाई, ट्राई को बताया 'मॉडल रेगुलेटर'

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्राई को एक संदेश पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने ट्राई के रजत जयंती पर बधाई दी और पुराने दिनों से जुड़ाव के बारे में बताया है। 

rohan salodkar | Published : May 18, 2022 8:30 AM IST / Updated: May 18 2022, 02:13 PM IST

नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि ट्राई (TRAI) अपने आदेशों में पारदर्शी, निष्पक्ष और बिना भेदभाव किए पिछले 25 सालों में एक मॉडल रेगुलेटर (Model Regulator) साबित हुआ है। ट्राई की 25वीं वर्षगांठ पर चंद्रशेखर ने ट्राई को एक संदेश भी दिया। इस संदेश में उन्होंने कहा कि जब इसे स्थापित किया था तब से ही ट्राई के साथ मेरा जुड़ाव शुरुआती दिनों से है। उस दौरान आवश्यकता, संरचना और प्रक्रिया पर बहस की जा रही थी। इसकी गुणवत्ता को बेहतर किए जाने की बात चल रही थी। 

ट्राई में हुई कई उतार चढ़ाव
चंद्रशेखर ने कहा कि जिन सिद्धांतों पर ट्राई का निर्माण किया गया था, वे सरल बेहतर थे। इनके सिद्धांतों को कानून की अदालत में भी परखा जा सकता था। उन्होंने कहा कि हालांकि ट्राई किसी भी अन्य संस्थान की तरह पिछले कुछ वर्षों में उतार चढ़ाव रहे हैं। ट्राई ने हमेशा कोशिश की है कि उपभोक्ता के अधिकारों की हमेशा रक्षा की जाए और टेलिक़ॉम सेक्टर में बेहतर क्वालिटी हो और लांग टर्म इन्वेस्ट किया जा सके। 

नेट न्यूट्रैलिटी पर विचार करने की सलाह
2015 में चंद्रशेखर राज्यसभा के सदस्य थे। उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय सूचना प्रद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि ट्राई और ओडीटी को कोई भी सिफरिश करने से पहले नेट न्यूट्रैलिटी के सभी पहलुओं पर ध्यान से विचार करना चाहिए। चंद्रशेखर ने उस वक्त पत्र में कहा था कि ट्राई केवल ट्राई अधिनियम की धारा 11 के तहत सिफारिशें कर सकता है। आखिरकार, यह दूरसंचार विभाग के भीतर नेट तटस्थता पर सीमित है। अंत में उन्होंने कहा था कि दूरसंचार आयोग को नेटवर्क न्यूट्रैलिटी के बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे पर परीक्षा और चर्चा के दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता होगी। 

ट्राई का रजत जयंती समारोह
जानकारी दें कि ट्राई ने 17 मई को रजय जयंती समारोह मनाया है। इस मौके पर वीडियो कॉ़न्फ्रेंसिंग के जरिये पीएम मोदी भी जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने 5जी बैंड का भी शुभारंभ किया। आपको बता दें कि ट्राई की स्थापना 1997 में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम, 1997 के माध्यम से हुई थी। दूरसंचार पर नियंत्रण के लिए ट्राई की स्थापना की गई थी। डॉक्टर पीडी वाघेला ट्राई के वर्तमान अध्यक्ष हैं। 

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