PM मोदी पर बनाई डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन को लेकर विवादों में घिरे BBC के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पर आयकर की कार्रवाई 60 घंटे तक चली। कुछ कर्मचारियों से तीन दिनों की लंबी पूछताछ के बाद आयकर अधिकारियों ने कार्यालयों को छोड़ दिया है।
नई दिल्ली. PM मोदी पर बनाई डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन को लेकर विवादों में घिरे BBC के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पर आयकर की कार्रवाई 60 घंटे तक चली। कुछ कर्मचारियों से तीन दिनों की लंबी पूछताछ के बाद आयकर अधिकारियों ने नई दिल्ली और मुंबई स्थित बीबीसी के कार्यालयों को छोड़ दिया है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
1.बीबीसी ने कहा कि ब्रॉडकास्टर के भारतीय कार्यालयों में 14 फरवरी की सुबह शुरू हुआ आईटी सर्वे लगभग 60 घंटे तक चला। BBC ने कहा आईटी सर्वे एक्शन के बाद भी वह अधिकारियों के साथ सहयोग करना जारी रखेगा।
2. BBC ने यह भी कहा कि अब उसकी प्रायोरिटी अपने कर्मचारियों का समर्थन करना था, जिनमें से कई को आईटी पूछताछ के दौरान कार्यालयों में रात भर रहना पड़ा था। वो बिना किसी डर या पक्ष के रिपोर्ट करना जारी रखेगा।
3.बीबीसी के एक प्रवक्ता ने 16 फरवरी की शाम ब्रॉडकास्टर के लेटेस्ट स्टेटमेंट में कहा,"आयकर अधिकारियों ने दिल्ली और मुंबई में हमारे कार्यालयों को छोड़ दिया है।"
4. BBC ने कहा-"हम आईटी अधिकारियों के साथ सहयोग करना जारी रखेंगे। आशा करते हैं कि मामलों को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा।"
5.BBC के प्रवक्ता ने कहा-"हम सहायक कर्मचारी हैं, जिनमें से कुछ से लंबी पूछताछ हुई है या उन्हें रात भर रुकना पड़ा है और अब उनकी भलाई हमारी प्राथमिकता है।"
6.BBC ने कहा कि आउटपुट अब नॉर्मल स्थिति में वापस आ गया है। बीबीसी ने अपने पिछले बयान को दोहराया कि वो भारत और उसके बाहर अपने दर्शकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
7.बीबीसी प्रवक्ता ने कहा, "बीबीसी एक विश्वसनीय, स्वतंत्र मीडिया संगठन है और हम अपने सहयोगियों और पत्रकारों के साथ खड़े हैं जो बिना किसी डर या पक्षपात के रिपोर्ट करना जारी रखेंगे।"
8.बीबीसी के सूत्रों ने आयकर सर्वे कार्रवाई के दौरान को तनावपूर्ण और विघटनकारी(stressful and disruptive) बताते हुए कहा कि कुछ कर्मचारियों को लंबे समय तक पूछताछ का सामना करना पड़ा और साथ ही कार्यालयों में रात भर रहने की आवश्यकता पड़ी।
9.बीबीसी पर जानबूझकर मुनाफे का पैसा डायवर्ट करने का आरोप है। इन्हीं की जांच करने के लिए ये सर्वे किया गया। कहा जा रहा है ब्रॉडकास्टर को नोटिस दिया गया था, लेकिन उसका उल्लंघन किया गया। कंपनी ने अपने मुनाफे को महत्वपूर्ण रूप से डायवर्ट किया था।
10.ब्रिटिश सरकार के सूत्रों ने संकेत दिया था कि आयकर अधिकारियों की कार्रवाई से संबंधित कोई आधिकारिक बयान जारी किए बिना स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही थी।
11.यह कदम ब्रॉडकास्टर द्वारा यूके में एक विवादास्पद दो-पार्ट डॉक्यूमेंट्री, 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' प्रसारित करने के कुछ सप्ताह बाद आया था, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और 2002 के गुजरात दंगों का संदर्भ दिया गया था। भारत सरकार ने एक प्रोपेगंडा पीस के रूप में सीरिज की निंदा की थी, जिसे एक विशेष बदनाम कथा को आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
12.BBC के छापे को लेकर बेशक यूके या अमेरिकी जैसे देशों ने कुछ भी बयान देने से इनकार कर दिया था, लेकिन भारत में विपक्ष के अलावा कुछ विदेशी मीडिया ने इसे उछालना जारी रखा था।
13. जैसे ही आई-टी सर्वे की खबर सामने आई, यूके बेस्ड कुछ मीडिया कमेंटेटर्स ने सदमा जाहिर करते हुए भारत की G20 अध्यक्षता को देखते हुए इसकी खराब टाइमिंग पर खेद व्यक्त किया था।
14. इसमें कहा गया कि मेरा विचार है कि G20 बैठकें होने के कारण यह गलत समय था, लेकिन यह जानबूझकर नहीं था। भारतीय मूल के अग्रणी अर्थशास्त्री और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सहकर्मी मेघनाद देसाई ने कहा, भारत में आयकर अधिकारी हमेशा अपनी प्रक्रियाओं के बारे में अजीब हैं।
15.यूके स्थित मानवाधिकार संगठन साउथ एशिया सॉलिडैरिटी ग्रुप ने इसे पूरी तरह से प्रतिशोधी कदम करार दिया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का घोर अपमान घोषित किया था।
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