दिल्ली में 16 अप्रैल 2022 को हनुमान जन्मोत्सव के दिन हुई हिंसा आपराधिक साजिश थी। दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को भेजी अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। उसने इस मामले में अब तक के उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी है।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) मामले में अपनी शुरुआती रिपोर्ट गृह मंत्रालय (MHA) को सौंप दी है। इसमें आपराधिक साजिश की बात कही गई है। सूत्रों के अनुसार इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की शाखा ने अंतरिम रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में हिंसा का करण मोटे तौर पर आपराधिक साजिश को बताया गया है।
अब तक 25 लोग गिरफ्तार, कई से हो रही पूछताछ
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में गृह मंत्रालय को हिंसा की घटना से संबंधित जानकारी और इससे निपटने के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी है। रिपोर्ट में अब तक की गई जांच के आधार पर हिंसा के पीछे किसी साजिश की बात कही गई है। दिल्ली पुलिस इस मामले में शनिवार रात से ही जांच में जुट गई थी और उसने अब तक करीब 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
बिना अनुमति निकाली गई थी शोभायात्रा
सूत्रों के अनुसार पुलिस को पता चला है कि शोभायात्रा निकालने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति नहीं ली गई थी। इस मामले में उसने बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के पदाधिकारियों पर केस किया है। विहिप के एक कार्यकर्ता गिरफ्तार भी किए गए हैं।
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शोभायात्रा पर पथराव के बाद हुई थी हिंसा
जहांगीरपुरी में शनिवार 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस बीच कुछ लोगों ने जुलूस पर पथराव कर दिया। इसके बाद हिंसा और आगजनी की घटनाएं भी हुई। तलवारें निकल आईं और फायरिंग भी हुई। एक एएसआई को पैर में गोली लगी। हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना के दिन ही दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से बात कर कानून व्यवस्था बनाने और दोषियों को कड़ी सजा देने के आदेश दिए थे।
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