हाथ जोड़े लड़कियां, पत्थर लिए छात्र...ऐसे CCTV फुटेज, जो बताते हैं 15 दिसंबर को जामिया में क्या हुआ

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 15 दिसंबर को जामिया के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें लाठियों से पीटा। इस दौरान कई वीडियो सामने आए, जिसके बाद आरोप लगे कि दिल्ली पुलिस ने जामिया छात्रों के साथ बर्बरता की। उन्हें हॉस्टल से बाहर खींचकर मारा।

Asianet News Hindi | Published : Feb 17, 2020 11:28 AM IST / Updated: Feb 17 2020, 05:24 PM IST

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 15 दिसंबर को जामिया के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें लाठियों से पीटा। इस दौरान कई वीडियो सामने आए, जिसके बाद आरोप लगे कि दिल्ली पुलिस ने जामिया छात्रों के साथ बर्बरता की। उन्हें हॉस्टल से बाहर खींचकर मारा। लाइब्रेरी में घुसकर आंसू गैर के गोले छोड़े और छात्र-छात्राओं को बुरी तरह से पीटा। अब दो महीन बाद एक के बाद एक जामिया लाइब्रेरी का 4 वीडियो सामने आया। ऐसे में बताते हैं कि आखिर चारों वीडियो में क्या है? आखिर 15 दिसंबर को जामिया की लाइब्रेरी के अंदर क्या हुआ? गलती किसकी थी?

पहला वीडियो : पहला वीडियो 29 सेकंड का है। इसमें दिख रहा है कि कुछ छात्र लाइब्रेरी के अंदर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनमें से कुछ के मुंह पकड़े से ढंके हुए हैं। इतने में वहां पुलिस पहुचती है और वहां पढ़ रहे बच्चों को पीटना शुरू कर देती है। कुछ बच्चे छिपने के लिए कुर्सियों के नीचे छिपते हैं। 

दूसरा वीडियो : पहले वीडियो के कुछ देर बाद दूसरा वीडियो भी वायरल होने लगता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरे वीडियो में दिखता है कि कुछ बच्चे दौड़ते भागते एक कमरे (लाइब्रेरी) में घुसते हैं। इनमें से कुछ के हाथों में पत्थर जैसा कुछ दिख रहा होता है। कुछ के मुंह पर कपड़ा बंधा है। 

तीसरा वीडियो : तीसरा वीडियो 1.30 मिनट का है। इसमें 8 से 10 छात्र एक बालकनी से झांकते दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ से एक छात्र भागते हुए आता है। इसमें कुछ छात्र दिखते हैं, जिनके हाथ में कुछ दिख रहा है। हालांकि कुछ लोग इसे पत्थर कह रहे हैं।

चौथा वीडियो : चौथा वीडियो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है। इसमें पहले तो कुछ छात्र एक कमरे में घुसते हैं। कुछ वहां पहले से मौजूद रहते हैं। अंदर घुसने के बाद वह वहां मौजूद बेंच और कुर्सियों से दरवाजा बंद करने लगते हैं। कुछ देर बाद यहां वर्दी में कुछ लोग हाथ में डंडे लिए आते हैं। वह सबको बाहर की ओर खदेड़ते हैं। कई लड़कियां हाथ जोड़े दरवाजे से बाहर निकलती दिख रही हैं। इतने में ही वहां मौजूद पुलिसवाले उनपर लाठियां भाजना शुरू कर देते हैं। 

पुलिस या छात्र, गलती किसकी? : सीसीटीवी के चारों फुटेज देखने के बाद दो बाते साफ होती है। पहली यह कि बाहर से भागते हुए कुछ छात्र लाइब्ररी में दाखिल हुए। उनके हाथ में कुछ था। सोशल मीडिया पर कुछ लोग उसे पत्थर मान रहे हैं। तीसरी बात की पुलिस डंडे लेकर लाइब्रेरी में दाखिल हुई। छात्रों को बुरी तरह से पीटा। लेकिन अभी इस बात का जवाब नहीं मिल पाया कि आखिर वह कौन सी स्थिति बनी, जिसमें पुलिस ने लाठी से मारना पड़ा। वो कौन लोग थे, जो भागते हुए लाइब्रेरी में दाखिल हुए। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

 

 

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