जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बेखौफ हो चुके हैं। मई में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों की हत्याएं कर दहशत फैला दी हैं। मई में नौ-नौ हत्याओं के बाद काफी संख्या में कश्मीरी पंडित एक बार फिर पलायन को मजबूर हैं। कश्मीर में 90 के दशक के बाद यह सबसे बड़ा पलायन है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकवाद से जुड़े एक मामले में शनिवार को बार्डर एरिया के पुंछ जिले में कई जगहों पर छापेमारी की है। आतंकवाद से जुड़े मामले में राज्य एजेंसी की यह बड़ी कार्रवाई है। एसआईए के अधिकारियों ने बताया कि जम्मू की एक विशेष टीम ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के एक महत्वपूर्ण मामले की जांच के सिलसिले में सीमावर्ती जिले पुंछ में कई जगहों पर रेड किया। उन्होंने कहा कि टीम ने सीमा पर विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर रेड के साथ तलाशी-जब्ती की है।
आतंकी गतिविधियों और कनेक्शन्स पर कसा जा रहा शिकंजा
निदेशक एसआईए जम्मू ने एसआईए जम्मू के कामकाज की समीक्षा के बाद आतंकी नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच में तेजी लाने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। SIA आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच और अभियोजन के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की सरकार द्वारा गठित एक विशेष एजेंसी है।
घाटी में आतंकी गतिविधियों में तेजी
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में पिछले कुछ महीनों में काफी तेजी आई है। बेखौफ आतंकवादियों द्वारा लगातार नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। इलक्वाई देहाती बैंक के एक प्रबंधक विजय कुमार को गुरुवार को कुलगाम जिले में गोली मार दी गई थी। कुमार राजस्थान के मूल निवासी थे। आतंकवादियों ने बैंक परिसर के अंदर कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा मई में नौ हत्याएं की गई हैं। एक मई से घाटी में बैंक मैनेजर आठवीं लक्षित हत्या और एक गैर-मुस्लिम सरकारी कर्मचारी की तीसरी हत्या थी। इसी दिन शाम को एक प्रवासी श्रमिक को आंतकवादियों ने निशाना बनाकर हत्या कर दी जबकि एक श्रमिक घायल हो गया।
कुलगाम जिले के गोपालपोरा इलाके में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक प्रवासी कश्मीरी पंडित महिला टीचर रजनी बाला की हत्या सिर में गोली मारकर कर दी थी। रजनी बाला जम्मू के सांबा जिले की रहने वाली थीं। वह कुलगाम के गोपालपोरा के एक सरकारी स्कूल में टीचर थीं। पिछले सप्ताह बडगाम के चदूरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या कर दी थी। वहीं, 12 मई को बडगाम जिले में आतंकवादियों ने राजस्व विभाग के कर्मचारी राहुल भट की हत्या कर दी थी।