नकाबपोश उपद्रवियों ने काटा बवाल, JNUSU अध्यक्ष की भी पिटाई; लेफ्ट विंग ने ABVP पर लगाए आरोप

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार को कहा कि लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश उपद्रवी परिसर के अंदर घूम रहे थे और वहां संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ लोगों पर हमले कर रहे थे जिसके बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।

Asianet News Hindi | Published : Jan 5, 2020 4:11 PM IST / Updated: Jan 05 2020, 11:00 PM IST

नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में जेएनयू छात्र संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के सदस्यों के बीच रविवार को झड़प हो गई। सूत्रों के मुताबिक जेएनयू शिक्षक संघ द्वारा बुलाई गई बैठक के दौरान यह झड़प हुई। छात्र संघ ने दावा किया कि उसकी अध्यक्ष आईशी घोष और कई अन्य छात्र एबीवीपी सदस्यों के पथराव में चोटिल हो गए। हालांकि आरएसएस से संबद्ध छात्र संगठन एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वाम समर्थित छात्र संगठनों ने क्रूरतापूर्ण तरीके से हमला किया और उनके 25 कार्यकर्ता घायल हो गये।

जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया कि एबीवीपी के सदस्य नकाब पहनकर परिसर में लाठियां, रॉड लेकर घूम रहे थे।

शिक्षकों के साथ भी हुई मारपीट

छात्र संघ ने आरोप लगाया, ‘‘वे ईंट पत्थर फेंक रहे थे। छात्रावासों में घुसकर छात्रों को पीट रहे थे। कई शिक्षक की भी पिटाई की गयी।’’ उन्होंने दावा किया कि जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष घोष पर बुरी तरीके से हमला किया गया और उनके सिर से खून बह रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को परिसर में घुसने की अनुमति दी गयी और वे लड़कियों के हॉस्टलों में भी घुस गये।

उधर, एबीवीपी ने दावा किया कि वामपंथी छात्र संगठनों एसएफआई, आईसा और डीएसएफ के सदस्यों ने उन पर बुरी तरह हमला किया। उसने कहा, ‘‘हमले में करीब 25 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गये और 11 छात्रों का अतापता नहीं है। छात्रावासों में कई एबीवीपी सदस्यों पर हमले हो रहे हैं तथा वामपंथी गुंडे छात्रावासों में तोड़फोड़ कर रहे हैं।’’

कैंपस के अंदर लाठी लेकर घूम रहे थे नकाबपोश 

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार को कहा कि लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश उपद्रवी परिसर के अंदर घूम रहे थे और वहां संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ लोगों पर हमले कर रहे थे जिसके बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। जेएनयू परिसर में रविवार शाम हिंसा भड़कने के बाद जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘पूरे जेएनयू समुदाय के लिए अत्यावश्यक संदेश है और परिसर में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो गयी है। लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश उपद्रवी आसपास घूम रहे हैं, संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों पर हमले कर रहे हैं। जेएनयू प्रशासन ने व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को बुलाया है।’’

स्वराज पार्टी के नेता योगेन्द्र यादव भी घटना स्थल पर पहुंचे। उनके साथ भी हाथापाई हुई। योगेन्द्र यादव इससे पहले JNU में शिक्षक भी रह चुके हैं। छात्रों के साथ मारपीट का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें छात्र कह रहे हैं ABVP वापस जाओ। 

उन्होंने कहा, ‘‘यह शांति बनाये रखने और चौकन्ना रहने का क्षण है। उपद्रवियों से निपटने के लिए प्रयास चल रहे हैं।’’

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
 

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