
Kalaburagi Chalo BJP Protest: 21 मई को कर्नाटक के चित्तापुर में एक विवादित घटना सामने आई जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाड़ी नारायणस्वामी के ठहरने वाले गेस्ट हाउस का घेराव किया। इस घेराव के दौरान आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता चलवाड़ी नारायणस्वामी के साथ दुर्व्यवहार किया।
नारायणस्वामी ने इस घटना की तुलना अतीत की घटनाओं से करते हुए कहा कि जब सिद्धारमैया विपक्ष के नेता थे, तब कोडागु में विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्हें गिरफ्तार जरूर किया गया लेकिन पूरा सम्मान दिया गया। लेकिन आज कांग्रेस नेताओं का रवैया पूरी तरह बदल गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं को 'कुत्ता' कहा और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को नकार दिया।
भाजपा नेता राजकुमार पाटिल ने कहा कि चित्तापुर में शांतिपूर्ण 'धरणा सत्याग्रह' के दौरान बीजेपी नेताओं पर हमला प्रियांक खड़गे की मिलीभगत से हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि नारायणस्वामी की गाड़ी पर हमला किया गया और उन्हें डराने की कोशिश की गई।
पाटिल ने सीएम सिद्धारमैया से मांग की कि घटना में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाए और हमलावरों पर 'गुंडा एक्ट' के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार केवल उन्हीं को सुरक्षा देती है जो पार्टी से जुड़े हैं, बाकी लोगों के लिए कानून व्यवस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है।
बीजेपी नेता का दावा है कि कलबुर्गी में स्थिति इतनी भयावह है कि कुछ मंत्री भी वहां जाने से डरते हैं। पाटिल ने कहा कि लोगों में डर है कि प्रियांक खड़गे ने कुछ गुंडों को नियंत्रण में रखा है जो विरोध प्रदर्शनों में बाधा डालते हैं।
राजकुमार पाटिल ने स्पष्ट किया कि जब तक प्रियांक खड़गे को मंत्रिमंडल से नहीं हटाया जाएगा, तब तक बीजेपी का 'Kalaburagi Chalo' आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया कार्रवाई करें, वरना हम नहीं रुकेंगे।