प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 दिन पहले नए संसद का भूमि पूजन किया था। अब इसे लेकर अभिनेता और मक्कल नीदि मय्यम पार्टी के प्रमुख कमल हासन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कमल हासन ने कहा, जब देश कोरोना से जूझ रहा है, लोगों की नौकरी जा रही है, तो नए संसद भवन की जरूरत क्या है। उन्होंने इसे लेकर पीएम मोदी से जवाब भी मांगा है।
चेन्नई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 दिन पहले नए संसद का भूमि पूजन किया था। अब इसे लेकर अभिनेता और मक्कल नीदि मय्यम पार्टी के प्रमुख कमल हासन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कमल हासन ने कहा, जब देश कोरोना से जूझ रहा है, लोगों की नौकरी जा रही है, तो नए संसद भवन की जरूरत क्या है। उन्होंने इसे लेकर पीएम मोदी से जवाब भी मांगा है।
कमल हासन ने लिखा, कोरोना की वजह से आधा देश भूखा है, लोगों की नौकरियां जा रही हैं। फिर हजार करोड़ की संसद क्यों? जब चीन में दीवार बनाने के लिए हजारों लोगों की जान गई थीं, तब शासकों ने कहा था कि यह लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी था। आप किसकी रक्षा के लिए संसद बना रहे हैं। पीएम इसका जवाब दें।
2022 तक बनकर तैयार होगी नई संसद
पुराने संसद भवन का आकार गोल है, जबकि नई संसद तिकोने आकार में होगी। इसके चलते नई और पुरानी बिल्डिंग्स एक साथ देखने पर डायमंड लुक नजर आएगा। आधुनिक सुविधाओं से बन रहा नया संसद भवन 2022 तक पूरा होगा। नए भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि राज्यसभा में सदस्यों के लिए 384 सीटें होंगी। लोक सभा कक्ष में संयुक्त सत्र के दौरान 1,224 सदस्यों के लिए बैठने की क्षमता होगी। यह दोनों सदनों के सदस्यों की संख्या में भविष्य की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
संसद की पुरानी इमारत 83 लाख में 6 साल में बनी मौजूदा संसद भवन की आधारशिला 12 फरवरी, 1921 को रखी गई थी और निर्माण में छह साल लगे थे और उस समय 83 लाख रुपए की लागत आई थी। उद्घाटन समारोह 18 जनवरी, 1927 को भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन द्वारा किया गया था। नए भवन में 64,500 वर्ग मीटर का क्षेत्र होगा।