कर्नाटक में दो दलितों की पीट-पीटकर निर्मम हत्या, भाग न सकें इसलिए पैरों को जला दिया और मारा

कर्नाटक के एक गांव में दो दलितों को पीट पीटकर मार डाला गया है। वह भाग न सकें इसलिए उनके पैरों में आग लगा दिया गया। पुलिस ने बताया कि मारे गए दोनों व्यक्तियों पर छोटी-मोटी चोरी के इल्जाम रहे हैं। 

बेंगलुरु। कर्नाटक के तुमकुरु (Tumukuru) के पेद्दानहल्ली गांव (Peddanhalli) में गुरुवार रात दो लोगों को प्रताड़ित कर मार डाला गया। लिंचिंग से हुई हत्या के बाद शव शुक्रवार को गांव के बाहरी इलाके में मिले। मारे गए लोगों के पहले के आपराधिक इतिहास रहे हैं। पुलिस ने कहा कि उनका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है और वे जमानत पर बाहर थें। पिटाई के बाद हुई इस हत्या के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। 

दलित समाज से थे दोनों, चोरी के कई मामले थे दर्ज

Latest Videos

गिरीश मुदालगिरीप्पा (30) और गिरीश (32) - दोनों दलित समुदाय से थे। दोनों पर पानी वाला पंप, मोटर बाइक सहित छोटी-मोटी चोरी के कई मामलों में नामजद किया गया था।

सुनसान जगह पर ले जाकर जलाकर मार डाला 

पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात दोनों युवकों को कुछ लोगों द्वारा एक सुनसान जगह पर ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि वे मुख्य आरोपी के साथ स्वेच्छा से गए थे। सुनसान जगह पर ले जाकर इन लोगों ने दोनों आरोपियों की पिटाई करने के बाद सबसे पहले पैरों में आग लगा दी। फिर पीट पीटकर मार डाला। इसके बाद शवों को पास के तालाब में फेंक दिया। जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया है।

पुलिस इस मामले में साधी चुप्पी, किसी की गिरफ्तारी नहीं

इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और पुलिस हत्या के मकसद पर चुप्पी साधे हुए है। अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है और एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है।

तुमकुरु के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राहुलकुमार शाहपुरवाड़ ने कहा, "हमें आरोपियों के बारे में सुराग मिला है... हम जल्द ही उन्हें पकड़ लेंगे... पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष टीम इस पर काम कर रही है।" उन्होंने संकेत दिया कि पुलिस टीम अन्य सिद्धांतों पर भी काम कर रही है। व्यक्तिगत रंजिश या पुरानी रंजिश की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें:

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अचानक दिया इस्तीफा, सरकार ने आनन फानन में सुमन के.बेरी को किया नियुक्त 

केन्या के तीसरे राष्ट्रपति मवाई किबाकी का निधन, इतिहास के सबसे हिंसक चुनाव को देखा, 1100 लोगों की गई थी जान

Share this article
click me!

Latest Videos

तो क्या खत्म हुआ एकनाथ शिंदे का युग? फडणवीस सरकार में कैसे घटा पूर्व CM का कद? । Eknath Shinde
ठिकाने आई Bangladesh की अक्ल! यूनुस सरकार ने India के सामने फैलाए हाथ । Narendra Modi
Hanuman Ashtami: कब है हनुमान अष्टमी? 9 छोटे-छोटे मंत्र जो दूर कर देंगे बड़ी परेशानी
अब एयरपोर्ट पर लें सस्ती चाय और कॉफी का मजा, राघव चड्ढा ने संसद में उठाया था मुद्दा
बांग्लादेश ने भारत पर लगाया सबसे गंभीर आरोप, मोहम्मद यूनुस सरकार ने पार की सभी हदें । Bangladesh