दिल्ली में मास्क लगाए बिना बाहर दिखे तो लगेगा 2000 रुपए का जुर्माना, पहले देने पड़ते थे 500 रुपए

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केस को रोकने के लिए सीएम केजरीवाल ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें कांग्रेस ने बाजारों को बंद करने का विरोध किया। वहीं भाजपा ने कुप्रबंधन और बेड की संख्या में वृद्धि का मामला उठाया। कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से छठ पर प्रतिबंध नहीं लगाने के लिए दिल्ली सरकार को एक चिट्ठी भी दिया है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 19, 2020 8:10 AM IST / Updated: Nov 19 2020, 03:06 PM IST

नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केस को रोकने के लिए सीएम केजरीवाल ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें कांग्रेस ने बाजारों को बंद करने का विरोध किया। वहीं भाजपा ने कुप्रबंधन और बेड की संख्या में वृद्धि का मामला उठाया। कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से छठ पर प्रतिबंध नहीं लगाने के लिए दिल्ली सरकार को एक चिट्ठी भी दिया है। बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल की सरकार ने बड़ा फैसला किया।

मास्क न पहनने पर लगेगा 2 हजार का जुर्माना
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले 500 रुपये का जुर्माना लगता था, लेकिन कई लोग अभी भी मास्क नहीं पहन रहे हैं, इस वजह से हम जुर्माने को बढ़ाकर 2 हजार रुपया कर रहे हैं। उन्होंने कहा, बैठक में मैंने सभी पार्टी से कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए यह समय बहुत कठिन है जब कोरोना ​​के मामले बहुत ही बढ़ रहे हैं। इस समय हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए है बल्कि इस समय हमें लोगों की सेवा करनी चाहिए। इस बात पर सभी पार्टियों ने सहमति रखी।

अरविंद केजरीवाल ने कहा, बैठक में मैंने सभी पार्टी से कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए यह समय बहुत कठिन है जब कोरोना ​​के मामले बहुत ही बढ़ रहे हैं। इस समय हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए है बल्कि इस समय हमें लोगों की सेवा करनी चाहिए। इस बात पर सभी पार्टियों ने सहमति रखी।

उन्होंने कहा, हम तो चाहते हैं कि आप लोग बहुत अच्छे ढंग से छठ पर्व मनाएं। लेकिन अगर आप एक साथ तालाब या नदी में जाएंगे तो उसमें से अगर किसी एक को भी कोरोना हुआ तो वो पानी के जरिए वायरस फैल जाएगा और आप सबको कोरोना हो जाएगा, तो इसलिए आप इस बार ये पर्व आप अपने घर पर मनाएं। आप छठ पर्व मनाएं लेकिन बाहर किसी तालाब में एक साथ न उतरे।अगर कोई सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क के पाया जाता है तो उस पर 2000 रुपए का जुर्माना लगेगा। दिल्ली सरकार ने कोरोना के लिए बेड्स बढ़ाने के लिए अहम निर्णय लिया है। सभी प्राइवेट अस्पतालों में ICU के 80% बेड और नॉन ICU बेड 60% तक आरक्षित किए जा रहे है।

मनीष सिसोदिया ने कहा, हमने निर्णय लिया गया है कि अब निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण डोर-स्टेप डिलीवरी के जरिए होगा। ये सेवा आज से '1076' हेल्पलाइन पर शुरू होगी। अब किसी भी निर्माण श्रमिक को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। श्रमिक सिर्फ 1076 नंबर पर डायल करें और बताए कि वो दिल्ली में निर्माण श्रमिक हैं और सरकार की योजनाओं में पंजीकृत करना चाहते हैं तो सरकार का अधिकारी उसके घर जाएगा और उसके सारे  दस्तावेज वही अपलोड कर लेगा और ये ऑनलाइन स्वीकृत हो जाएगा और उसे एक SMS प्राप्त हो जाएगा। 

बैठक में भाजपा ने क्या कहा?

बैठक में भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने कहा, बैठक में हमने कहा कि दिल्ली सरकार को प्रोएक्टिव अप्रोच होकर काम करना चाहिए था वो उन्होंने नहीं किया।आज से 3 महीने पहले जब गृह मंत्री ने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई थी तब अगर ये इस चीज को लगातार करते तो आज दिल्ली में जो तीसरा वेव आया उसमें जनता को परेशानी नहीं होती।  

एक दिन में 131 मरीजों की मौत

दिल्ली में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 7486 नए केस सामने आए हैं। इस दौरान 131 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में एक दिन में होने वाली मौत का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां अब तक कुल 7943 लोगों की मौत हो चुकी है।

दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन से किया था इनकार

मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली सरकार की लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। हमें विश्वास है कि कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन उपाय नहीं है। इसका उपाय है कि बेहतर हॉस्पिटल और मेडिकल सिस्टम किया जाए। अभी तक दिल्ली सरकार ने मेडिकल व्यवस्था को लेकर अच्छा काम किया है, आगे भी अच्छा काम करेगी। 

दुकानदारों को डरने की जरूरत नहीं- सिसोदिया

सिसोदिया ने कहा कि मैं दुकानदारों को यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। हम चाहते हैं कि आपकी दुकानें खुली रहें। अगर जरूरत पड़ती है तो कुछ बाजारों के लिए नियम बदले जाएंगे। हमने केंद्र से यही गुजारिश की है, लेकिन किसी भी तरह का लॉकडाउन नहीं लगेगा।

कोरोना के बढ़ते केस को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने शादी समारोहों में 200 की जगह सिर्फ 50 मेहमानों को इजाजत देने का फैसला लिया है।

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