
तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता वी वी राजेश शुक्रवार 26 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन के मेयर चुने गए। भाजपा ने शहर के 101 वार्डों में से 50 पर जीत हासिल की, जो केरल में किसी नगर निगम में उसकी पहली जीत है। बता दें कि तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन के अलावा बीजेपी ने त्रिपुनिथुरा और पलक्कड़ नगर पालिकाओं में भी जीत हासिल की। इसके साथ ही भाजपा ने LDF के करीब 4 दशकों के शासन के बाद कॉर्पोरेशन पर कब्जा जमाया है।
शुक्रवार को हुए मेयर चुनाव में वीवी राजेश को 51 वोट मिले, जिसमें एक निर्दलीय पार्षद का समर्थन भी शामिल था। LDF के पी शिवाजी को 29 वोट मिले, जबकि UDF उम्मीदवार के एस सबरिनाथन को 19 वोट मिले, जिनमें से दो बाद में अमान्य घोषित कर दिए गए। बाद में राजेश ने तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन के मेयर के रूप में शपथ ग्रहण की। वी वी राजेश ने कहा, "हम सभी को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। सभी 101 वार्डों में विकास कार्यक्रम लागू किए जाएंगे, जिससे सभी के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित होगा। तिरुवनंतपुरम को देश के एक विकसित शहर में बदला जाएगा।"
केरल बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "ड्रेनेज, पानी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसे बेसिक मुद्दों को भी पिछले 45 सालों से नज़रअंदाज किया गया है। इसलिए, हमने पहले दिन से ही कहा है कि जिस दिन लोग हमें उनकी सेवा करने का मौका देंगे, हम तिरुवनंतपुरम को डेवलप करने पर काम शुरू कर देंगे। जैसा कि हमारे मेयर राजेश ने कहा, हम तिरुवनंतपुरम को देश के टॉप तीन शहरों में से एक बनाना चाहते हैं। यही हमारा लक्ष्य है। और इसके लिए हमारा काम आज से ही शुरू हो गया है।" इस दौरान केरल बीजेपी के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर सहित सीनियर बीजेपी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन ऑफिस में मौजूद रहे।
केरल के 6 म्युनिसिपल कॉर्पोरेशनों में से UDF ने 4 जबकि LDF और BJP ने एक-एक पर जीत हासिल की। कोल्लम कॉर्पोरेशन में UDF के एके हफीज मेयर चुने गए, जबकि कोच्चि कॉर्पोरेशन में UDF पार्षद और 4 बार की पार्षद वीके मिनिमोल मेयर चुनी गईं। वहीं, त्रिशूर कॉर्पोरेशन में UDF की डॉ. निजि जस्टिन मेयर चुनी गईं। कोझिकोड कॉर्पोरेशन में LDF ने ज्यादातर वार्ड जीते, जबकि कन्नूर कॉर्पोरेशन में UDF उम्मीदवार पी इंदिरा मेयर चुनी जाएंगी।
पाला नगर पालिका में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई, जहां 21 साल की दीया बिनु पुलिक्कनकांडम UDF के समर्थन से चेयरपर्सन चुनी गईं। वह केरल की सबसे कम उम्र की म्युनिसिपल चेयरपर्सन बन गईं। दीया ने अपने पिता बिनु और चाचा बीजू के साथ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और जीता। बाद में उन्होंने UDF को समर्थन दिया, जिसके परिणामस्वरूप पाला में केरल कांग्रेस (मणि) का शासन खत्म हो गया, जिसे उसका पारंपरिक गढ़ माना जाता था।