रेलवे अधिकारियों जिन्होंने ने उद्घाटन कार्यक्रम को आगे बढ़ने का फैसला किया। रेलवे स्टाफ ने वहां पिछले कई महीनों से काम कर रहे 32 साल के मजदूर चंदबीबी को आमंत्रित किया। उसकी बेटी 10 साल की बेटी बेगम रायचूर से रिबन काटने की रस्म करवाकर लिफ्ट का उद्घाटन किया गया।
बेंगलुरू. रेलवे स्टेशन पर एक नए लिफ्ट के उद्घाटन के लिए शनिवार को एक अनोखे मुख्य अतिथि को बुलाया गया। ये कोई और नहीं वहां काम करने वाले एक मजदूर की बच्ची थी। दरअसल उदघाटन करने आने वाले अतिथि के इंतजार में लोग परेशान हो गए थे। इसलिए यह फैसला लिया गया कि मजदूर की बेटी अपने कोमल हाथों से फीता काटकर कार्यक्रम संपन्न करे।
अयोध्या फैसले के दिन धारा 144 लागू की गई थी। ऐसे में बेंगलुरू स्टेशन पर पहले से निर्धारित एक सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं किया जा सका। यहां स्टेशन पर नवनिर्मित लिफ्ट और एसी हॉल का उद्घाटन होना था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बेंगलुरु के केंद्रीय सांसद पीसी मोहन द्वारा किया जाना था, पर वह समय पर नहीं पहुंच पाए। हालांकि कार्यक्रम की तैयारियां हो चुकी थी और अधिकारी उनका इंतजार कर रहे थे।
रेलवे अधिकारियों ने पेश की मिसाल
फिर रेलवे अधिकारियों ने उद्घाटन कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का फैसला किया। रेलवे स्टाफ ने वहां पिछले कई महीनों से काम कर रही 32 साल की मजदूर चांदबीबी को आमंत्रित किया। उनकी बेटी 10 साल की बेटी बेगम रायचूर से रिबन काटने की रस्म करवाकर लिफ्ट का उद्घाटन संपन्न करवाया गया। फीता काटते हुए बच्चे के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया है, जहां लोग रेलवे के इस कदम की जमकर तारीफ कर रहे हं। मजदूर की बच्ची के हाथों उद्घाटन करवाकर बेंगलुरू रेलवे अधिकारियों ने मिसाल पेश की है।
बुजुर्ग यात्रियों ने किया एसी हॉल का उद्घाटन
आपको बता दें कि कि यहां के रेलवे अधिकारियों ने इस काम को समय से पहले पूरा कर दिया था। दक्षिण पश्चिम रेलवे डीआरएम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि, इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य 10 नवंबर को 3 बजे तक था। हमने इसे एक दिन पहले, 11 मिनट और 57 सेकंड की समय सीमा में पूरा कर दिया।" स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 1 पर एक एसी वेटिंग हॉल भी का उद्घाटन दो बुजुर्ग यात्रियों से करवाया गया।